आज का बजट विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता बताता है- अमर अग्रवाल
रायपुर/बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक व प्रदेश के पूर्व वित्त मंत्री अमर अग्रवाल ने केंद्र सरकार द्वारा संसद में गुरुवार को प्रस्तुत अंतरिम बजट का स्वागत करते हुए क्रांतिदर्शी बजट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व केंद्रीय वित्त मंत्री निर्नला सीतारमण को बधाई दी है। अग्रवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के अंतरिम बजट ने यह स्पष्ट कर दिया है गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों की आवश्यकताएं, आकांक्षाएं और कल्याण भाजपा की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि आज का बजट विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता बताता है। देश में कर दाताओं की संख्या में 2.4 गुना का इजाफा देश के विकास को तेज गति प्रदान करेगा। श्री अग्रवाल ने कहा कि प्रत्यक्ष कर संग्रह 10 साल में तीन गुना बढ़ा है। कर दाताओं का योगदान देश के विकास में काम आ रहा है। लागू हो चुकी नई कर योजना के तहत सात लाख रुपये तक अब कोई कर नहीं हैं। कॉर्पोरेट टैक्स भी कम हुआ है। कर दरों, आयात दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। श्री अग्रवाल ने कहा कि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 5.1% रहने का अनुमान है, जिसे उसके अगले वर्ष 4.5% से नीचे लाने का लक्ष्य रहेगा। यह केंद्र सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिचायक है। इस बजट से यह विश्वास और मजबूत हुआ है कि फर्स्ट डेवलप इंडिया (एफडीआई) पर जोर दिया जाएगा ताकि पहले विकास भारत में आए। राज्यों की सुधार योजनाओं के लिए 75 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया जा रहा है। यह 50 वर्ष के लिए ब्याजमुक्त ऋण होगा। अगले 25 वर्ष हमारे लिए कर्तव्य काल है।
भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री अग्रवाल ने कहा कि 2014 और 2024 की स्थिति को लेकर सरकार श्वेत पत्र लाने की घोषणा की है जिससे लोगों को यह समझने में आसानी होगी कि देश आर्थिक तौर पर आज विश्व पटल पर पूरी मजबूती से खड़ा है। 2014 से 24 तक की आर्थिक स्थिति पर पर श्वेत पत्र जारी करना भाजपा की केंद्र सरकार के लोकतांत्रिक और ज़िम्मेदार चरित्र को दिखाता है। इस तरह सदन के पटल पर पाई पाई और मिनट मिनट का हिसाब रखने का निर्णय प्रशंसनीय है। श्री अग्रवाल ने कहा कि इस श्वेत पत्र के माध्यम से कांग्रेस की मनमोहन सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल और आजादी के लगभग 60 वर्षों में कांग्रेस ने क्या किया, देश को कहां लेकर गये, और पिछले 10 वर्ष के मोदी सरकार के कार्यकाल में क्या हुआ, इसका नीर-क्षीर आकलन कर सकेंगे।
ब्यूरो रिपोर्ट