चुनावी एयरपोर्ट, कमजोर सांसद, अपने हालात पे रोता बिलासपुर ज़िला
संपादकीय। बिलासपुर से प्रयागराज और जबलपुर की फ्लाइट अचानक बंद हो गई। बिलासपुर के हवाई यात्री परेशान हो रहे है, अलायन्स एयर की साइट पर दोनों जगह की फ्लाइट शो नही हो रही है। इस बारे में बिलासा दाई एयरपोर्ट प्रबंधन को भी जानकारी नहीं है।
चुनावी एयरपोर्ट तो नही बिलासपुर ?
शहर में अब चुनावी एयरपोर्ट के बारे में चर्चा हो रही है। लोगो को डर है कही सारे वायदे कही चुनाव तक ही सीमित तो नही,कही चुनाव खत्म होते ही सारे वादे चुनाव के साथ खत्म न हो जाए।
शुरू से बिलासपुर संसदीय रहा कमजोर- जिसका खामयाजा बिलासपुर भोगता आया है। शहर अपने विकास से कोसो दूर होता चला गया। संघर्ष समिति के प्रयासों से रेलवे जोन तो मिला पर रेलवे से संबंधित ज्यादातर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट रायपुर भिलाई दुर्ग को मिली, बिलासपुर के हाथ में छोटे मोटे यूनिट तो मिली सिर्फ दिखावे के नाम पर रेलवे कपड़ा धोने का लांड्री यूनिट
जानकारी के अनुसार MSME अपने यूनिट के लिए सालो से जमीन के लिए चक्कर काट रही थी, उसपे किसी भी जनप्रतिनिधियों का सहयोग भी नही मिला,अनन्तता खुद के प्रयासों से उनको कोनी ITI में जमीन मिली,गनीमत है msme ने यूनिट को किसी ओर ज़िले में शिफ्ट नही किया वरना वो भी ज़िला के हाथ से निकल जाता, केंद्र सरकार से संबंधित यूनिट को उस समय के सांसद की बेरुकी बस मिली।शहर के लोग वर्तमान के सांसद के कार्यों पर सवाल उठ रहे हैं। लोग उनके कार्यक्षेत्र में विकास की दिशा में ज्यादा प्रयास करने की मांग कर रहे हैं।
अपने हालात पर रोता बिलासपुर ज़िला
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर के लोग अपने हालात पर निरंतर रो रहे हैं। वे बेहतर जीवन स्तर और विकास की आशा कर रहे हैं। ज़िला को अब एक सशक्त सांसद की जरूरत है जो ताकत से जिला के विकास के लिए नई नई योजनाओं और मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट को जिला में चालू करवा सके।