शिक्षको का अटैचमेंट खत्म,200से अधिक टीचर है जिले में अटैच, कलेक्टर ने मूल विभाग में भेजने जारी किए आदेश, शिक्षको में हड़कंप
बिलासपुर। स्कूल शिक्षा विभाग में प्रमोशन घोटाला होने के बाद प्रदेश भर के शिक्षकों के प्रमोशन और पपदस्थापन के लिए जारी संशोधन आदेश को निरस्त कर दिया है।इसमें बड़ी संख्या में बिलासपुर संभाग के शिक्षक शामिल हैं। दूसरी तरफ कलेक्टर ने अटैचमेंट किए गए शिक्षकों पर सख़्त रुख दिखाते हुए उन्हें मूल स्थान पर भेजने आदेश जारी किया है। आदेश जारी होने के बाद शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। आपको बता दें बिलासपुर संभाग में 2785 शिक्षकों को पदोन्नति दी गई थी स्कूलों में पोस्टिंग देने के लिए काउंसलिंग की गई जो चार स्तर पर हुई थी। इस बीच 159 शिक्षकों ने पदस्थापना आदेश संशोधन के लिए आवेदन दिया था। जिसके बाद अफसरो और कर्मचारियों ने लेन देन कर संशोधित आदेश जारी कर दिया। 1986 शिक्षकों ने संयुक्त संचालक द्वारा जारी आदेश के बाद स्थान पर कार्यभार ग्रहण कर लिया। गुपचुप तरीके से 799 शिक्षकों का संशोधित पदस्थापन जारी कर दिया गया। प्रमोशन पदस्थापन में अनियमितता उजागर होने के बाद जांच हुई और गड़बड़ी सही पाए जाने पर ज्वाइन डायरेक्टर प्रसाद और एक क्लर्क को सस्पेंड कर दिया गया है।अभी इस मामले में जांच चल रही है।
कलेक्टर ने अटेचमेंट समाप्त करने जारी किए आदेश, उधर बाबूगिरी कर रहें शिक्षको में हड़कंप
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने सोमवार को आदेश जारी कर दूसरे विभाग में गैरशिक्षकिय कार्य से अटैच सभी शिक्षकों को उनके मूल विभाग में भेजने का आदेश जारी किया है। 200 से अधिक टीचर स्कूल में पढ़ाना छोड़कर दूसरे विभाग में कार्यकाल का काम देख रहे हैं।आपको बता दे अटैचमेंट का खेल ऐसा की दूर-दराज में पदस्थ टीचर अटैचमेंट करा कर मुख्यालय में काम कर रहे हैं। यहां तक सांसद विधायक का पीए बनकर उनका काम देखने वाले शिक्षकों को मूल स्थान पर भेजने कलेक्टर ने आदेश जारी किए हैं।जानकारी के मुताबिक अटेचमेंट कराकर कई शिक्षक जिला पंचायत,समाज कल्याण,महिला एवं बाल विकास विभाग, ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, राजस्व विभाग, बाल संप्रेक्षण गृह,सहित दूसरे विभाग में अटैच होकर गैर शिक्षक के दफ्तर का काम कर रहे हैं। इस वजह से स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। और स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई है।अब इसे गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने सभी का अटैचमेंट खत्म कर दिया है और उन्हें मूल स्थान पर भेजने आदेश जारी कर दिया गया है।
ब्यूरो रिपोर्ट