राजागुरु बालकदास जयंती पर सतनामी समाज ने निकाली शोभायात्रा

राजागुरु बालकदास जयंती पर सतनामी समाज ने निकाली शोभायात्रा
राजागुरु बालकदास जयंती पर सतनामी समाज ने निकाली शोभायात्रा

पथरिया - सतनामी समाज के राजागुरु बालकदास जयंती समारोह के अवसर पर नगर में सतनामी समाज के द्वारा भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया गया । शोभायात्रा की शरुआत नगर के वार्ड 13 स्थित जय स्तम्भ में पूजा अर्चना से हुआ जहां वार्ड पार्षद माहेश्वरी राम बघेल द्वारा श्रीफल तोड़ा गया और जय सतनाम के नारे का जयघोष करते हुए सादा झण्डा दिखाकर यात्रा शुरु की गई । जयंती के अवसर पर माहेश्वरी भघेल ने कहा कि सतनामी समाज बाबा गुरुघासीदास और  राजागुरु बालकदास के बताए  सत्य और अहिंसा , परोपकार , सबको एक समान मानने के संदेश का पालन करते हुए समाज को आगे बढ़ाने का कार्य करना है इसके लिये हम सब स्वजातीय भाइयों बहनों को एक होकर कार्य करना होगा उन्होंने समाज मे शिक्षा को बढ़ावा देने को बात करते हुऐ  अधिकारों  की प्राप्ति के लिए शिक्षित होने की बात कही। इनके बाद यात्रा  जनपद रोड से होते हुए अटल चौक और फिर नगर के सतनामी समाज के गुरुद्वारा पहुँचा । सतनाम गुरुद्वारा के पास बने मंच पर सामाजिक महिला पुरुषों ने गुरु की पूजा अर्चना की और आशीष मांगे। गुरुद्वारा स्थित जय स्तंभ की विशेष पूजा अर्चना समाज के भंडारी द्वारा किया गया और स्वेत ध्वजा चढ़ाकर जयंती मनाई गई । गुरुपूजा और शोभायात्रा में समाज के राम बघेल , संतोष पाटले , पूर्व पार्षद , विधायक प्रतिनिधि रविन्द्र बघेल , मुकेश मिरी , अमित बंजारे ,  बिट्टू बघेल ,सुरेंद्र सांडे , शिवा दिवाकर ,उदय भार्गव , सतनाम सेना के खेलुराम टण्डन , सहित सैकड़ों युवा और सामाजिक पदाधिकारी उपस्थित रहे ।

इस जयंती के अवशर पर नगर के बस  स्टैंड मे क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो के द्वारा प्रसाद वितरण का आयोजन रखा गया था। जहाँ जिला पंचायत सभापति अंबालिका साहू, जिला पंचायत सभापति वसिउल्लाह शेख, पार्षद दीपक साहू, ने गुरु बालकदास का छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर रैली मे आ रहे सभी लोगो स्वागत कर अभिनंदन किया गया। साथ सभी लोगो को मीठा प्रसाद खिलाया गया।


शौर्य प्रदर्शन किया आकर्षित-
शोभायात्रा के दौरान सतनाम समाज के युवक युवतियों ने एक से बढ़कर एक शौर्य प्रदर्शन किए और सभी प्रतिभागियों के कला ने नगर के आमजनों को आकर्षित किया । युवक युवतियों ने अस्त्र शस्त्र चलाने के करतब दिखाएं , वही आग के गोलों का प्रदर्शन एवं लाठी ,डंडों से सुरक्षा के हुनर से साहस का परिचय देते हुए अपने अपने कला का प्रदर्शन किए