तेलीबांधा थाना एक बार फिर चर्चा में, थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक की मनमानी जोरो पर
रायपुर। छत्तीसगढ़ की सरकार अपनी बेहतरीन योजनाओं से जनता के बीच एक स्वच्छ छवि बना रही है इसी दिशा में जिले के पुलिस कप्तान अपने अद्भुत कार्यशैली से पहचाने जाते है वही राजधानी के बडे थानों में तेलीबांधा थाने का जिक्र किया जाता है।वीवीआइपी लोगो से घिरा हुआ थाना अपनी उलजुलूल कार्यशैली से चर्चा में बना रहता है।
आज इस थाने की चर्चा यहाँ पदस्थ प्रधान आरक्षक पटेल के कारण बनी हुई है।शिकायतों की जांच के खेल में अपनी दुकानदारी निकालने में यह महाशय काफी तेजतर्रार है।मीडिया वालों से भी अपनी बदतमीजी करने में भी आगे रहते है। इनका यह व्यवहार जनता के प्रति उचित नही है।पर यह अपने आपको थानेदार से कम भी नही मानते।एक मामले की शिकायत पर मीडिया वाले ने इनसे मामले की जानकारी मांगी पर प्रधान आरक्षक पटेल को यह जानकारी देनी सही नही लगी।उनका कहना था कि मैं नाम नही बताऊंगा।जिसकी शिकायत हुई है उससे मिलने के बाद मैं तय करूंगा कि इस मामले में क्या करना है।
मीडिया वाले ने कहा कि आप मुझे शिकायत की कॉपी देखकर बताने का कष्ट करें पर महाशय उसके बाद न ही अपना फ़ोन अटेंड कर रहे है न ही कोई रिप्लाई कर रहे है।अब मीडिया वाले किस्से जानकारी मांगे।यह बात अब उच्च अधिकारियों को सोचनी चाहिए।क्या ऐसा व्यवहार एक पुलिस कर्मी को शोभा देता है।