इजरायल के समर्थन में खुलकर आए सऊदी अरब और जॉर्डन, ईरान ने जॉर्डन को धमकाया
तेल अवीव: ईरान ने इजरायल पर बड़ा हमला किया है। ईरान की तरफ से सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों को इजरायल की तरफ दागे हैं, जिनमें से अधिकांश को इजरायल ने हवा में मार गिराने का दावा किया है। लेकिन कुछ इजरायली इलाके में गिरे हैं, जिनमें से एक इजरायली सेना के दक्षिणी बेस पर भी गिरा है। इस बीच बड़ी जानकारी सामने आई है कि ईरानी हमले को रोकने के लिए दो मुस्लिम देशों ने खुलकर इजरायल का साथ दिया है और ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को रास्ते में ही ध्वस्त कर दिया। इजरायल के पड़ोसी जॉर्डन ने ईरानी हमले को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है तो क्षेत्र के बड़े और प्रभावशाली मुस्लिम देश सऊदी अरब ने भी इसमें मदद की है।
जॉर्डन ने भेजे अपने जेट
टाइम्स ऑफ इजरायल ने इजरायली सेना के सूत्र के हवाले से बताया है कि जॉर्डन के जेट विमानों ने उत्तरी और मध्य जॉर्डन से होकर इजरायल की ओर आने वाले दर्जनों ड्रोन को मार गिराया। जॉर्डन की तरफ से इजरायल की मदद के लिए अपने जेट भेजना एक बड़ा कदम है, क्योंकि अम्मान इसके पहले गाजा में अभियान के लिए इजरायल की भारी आलोचना की है। सूत्रों का कहना है कि ड्रोन जॉर्डन घाटी की ओर हवा में उतारे गए थे और यरूशलम की ओर जा रहे थे। अन्य को इराकी-सीरियाई सीमा के करीब रोक लिया गया। वे कोई और विवरण नहीं देते.
सऊदी अरब ने की संयम बरतने की अपील
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने क्षेत्र में "सैन्य वृद्धि" पर चिंता व्यक्त की है और "युद्ध के खतरों" को रोकने के लिए सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। सऊदी अरब की आधिकारिक एसपीए समाचार एजेंसी की तरफ से जारी किए गए बयान में सऊदी ने संघर्ष का विस्तार होने पर गंभीर परिणाम की चेतवानी दी है।
ईरान ने जॉर्डन को दी धमकी
इजरायल की मदद करने के लिए ईरान की आईआरजीसी ने जॉर्डन को धमकी दी है कि अगर वह इजरायल की मदद करता है तो वह अगला लक्ष्य होगा। फार्स न्यूज एजेंसी ने ईरान के सैन्य सूत्रों के हवाले से बताया कि "ईरान की सेना जायोनी शासन के खिलाफ हमले के दौरान जॉर्डन की गतिविधियों की सावधानीपूर्वक निगरानी कर रही है और अगर जॉर्डन हस्तक्षेप करता है तो वह अगला लक्ष्य होगा।"