स्वच्छता सर्वे लेखन कार्य के नाम पर पंचायत को चुना लगा रहा चित्रकार प्रशासन के आदेश बताकर सरपंच सचिव, को थमाया जा रहा हजारों की बिल

स्वच्छता सर्वे लेखन कार्य के नाम पर पंचायत को चुना लगा रहा चित्रकार  प्रशासन के आदेश बताकर सरपंच सचिव, को थमाया जा रहा हजारों की बिल

पथरिया - स्वच्छता सर्वे लेखन के नाम से विकास खंड पथरिया के सभी पंचायत से लाखो रूपये  की राशि डकार लिया गया है 

जी हां ग्राम पंचायतों में स्वच्छता लेखन के नाम पर हजारों रूपये का चुना लगाया गया है। ये पुरा मामला मुंगेली जिला अंतर्गत जनपद पंचायत पथरिया का है,जहाँ ग्राम पंचायतों में स्वच्छता लेखन किया गया है। लेकिन जितना लिखा गया है उससे कई गुना बील लगाकर राशि निकाली गई है।

क्षेत्र के विभिन्न सरपंचो ने बताया की ग्राम पंचायत मे दीवाल लेखन लगभग 60 से 70 -75 फिट का लेखन कार्य किया गया और चित्रकार द्वारा   पंचायतो को एक जहग स्वछता सर्वेक्षण  दीवाल  लेखन 100 फिट  का बिल जिसकी क़ीमत 39 रूपये फिट की दर से  कुल क़ीमत 3900 रूपये दिया गया है।
आपको बता दें क्षेत्र के पंचायतों में देखा गया कि एक पंचायत में स्वच्छता लेखन महज तीन-  से छः जगह किया गया जिसकी कीमत अनुमानित एंव बाजार बील 4000-5000 लगाई जा रही है।

जबकि  विकास खंड के प्रत्येक पंचायत से  करिब 23-24 हजार रूपये का बील थमा दिया गया है। मजे कि बात ये है कि उक्त लेखन किसके द्वारा कराया गया है। संबधित पंचायत के सरपंच,सचिव को मालूम ही नहीं वे केवल पेमेंट करने की बात कह रहें हैं।  सरपंच सचिव बिना पुष्टि व जांचे परखे पेमेंट भी करा दे रहें हैं। क्षेत्र के सरपंच सचिवों का कहना है कि कई पेमेंट ऐसे हैं जो खाते से कटने के महिनों बाद पता चलता है। इन दिनों पेमेंट की प्रक्रिया आनलाईन हो रहा है जिससे किसी वर्क के लिए भुगतान आनलाईन होना है,जो संबंधित फर्म के खाते में हस्तांतरण किया जाता है। वैसे तो पंचायतों में विभिन्न कार्यों के नाम पर छोटे मोटे पेमेंट होते रहते हैं,वैसे ही स्वच्छता के नाम पर भी किया गया है। जिसके लिए बकायदा फर्म “देवा आर्ट” का बील लगाया है। जिसमें एक पंचायत से करिब 23 से 24 हजार का भुगतान किया गया है। जिस हिसाब से देखा जाए तो पुरे जनपद क्षेत्र से लाखों रूपये खर्च किए गए हैं।

वही कई सरपंच का कहना है की  पथरिया जनपद पूर्व सिईओ के मौखिक आदेश पर पंचायत के खाते से दीवाल लेकन का राशि दिया गया है।

मजे की बात यह है की यह पुरे विकास खंड मे एक ही आर्ट फर्म को बिना टेंडर के मिलना समझ से परे है
इससे साफ जाहिर होता है की इस लाखो  रूपये की हेरा फेरी मे विभागीय लोग शामिल है जिससे देवा आर्ट के द्वारा धड़ल्ले से पंचायत से अधिक राशि वसूल किया जा रहा है।

जनपद पंचायत सिईओ  पथरिया - प्रदीप प्रधान
यह मामला पूर्व सिईओ का है मेरे कार्यकाल का नहीं है अगर कोई सरपंच के द्वारा शिकायत आता है तो जाँच कर कार्यवाही की जाएगी।