पीडब्ल्यूडी बिल्डिंग को मेडिकल बोर्ड ठेकेदार द्वारा तोड़कर लाखों का मलमा किया गायब
पथरिया -स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मेडिकल बोर्ड द्वारा डॉक्टरों के लिये नवीन आवासीय बनाया जा रहा है इसकी लागत एक करोड़ अख्तर लाख बताई गई है । इसका निर्माण कार्य जारी है निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी की पुरानी बिल्डिंग को विभाग के अनुमति के बगैर तोड़ दिया गया वही टूटे पुरानी बिल्डिंग के मटेरियल रातो रात गायब होने शिकायत मिली है । प्रत्यक्षदर्शियों के द्वारा मटेरियल एक लाख से अधिक का होने का अनुमान लगाया गया जो एक दो दिन में गयाब ह्यो गया और इस सम्बंध में संबंधित अधिकारी लोगों को किसी तरह का उचित जवाब नहीं दे पा रहे हैं। बताया जाता है कि स्वास्थ विभाग की पुरानी बिल्डिंग हर वर्ष मरम्मत का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा किया जा रहा था जिस को तोड़ने के पूर्व लोकनिर्माण विभाग के संबंधित उच्चाधिकारियों की अनुमति आवश्यक है लेकिन यहां पर मेडिकल बोर्ड के ठेकेदार द्वारा बिना अनुमति बिल्डिंग तोड़ दी गई और उसमें से निकले लोहे , ईंट और दरवाजों , खिड़की , को गायब कर दिया गया।
नियमो का उलंघन -
मेडिकल बोर्ड के ठेकेदार द्वारा नियमो का उलंघन करते हुए बिल्डिंग तोड़ दिया जबकि उसे लोकनिर्माण विभाग से अनुमति लेकर तोड़ना था और भवन के अवशेष की नीलामी नियमानुसार करना था साथ ही नीलामी से प्राप्त राशि को शासकीय कोष में जमा करना था लेकिन प्राप्त मटेरियल ईट लकड़ी एडजेस्टर सीट एवं लोहा रातो रात गायब कर दिया गया जिस प अधिकारी गोलमोल जवाब दे रहे हैं ।
भवन निर्माण राजमिस्त्री भरोसे-
डक्टरों के लिये बन रहे आवासीय परिसर एक करोड़ से अधिक का हैं लेकिन यह भवन शुरू से ही राजमिस्त्री के भरोसे ह्यो गया है ठेकेदार ने निविदा प्राप्त कर अपने राजमिस्त्री को पेटी पर ठेका में दे दिया है ।इससे भवन निर्माण में गुणवत्ता पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लग जाता है। यहाँ अकुशल राजमिस्त्री के भरोसे एक बड़ा भवन बनने जा रहा है वही विभागीय अधिकारी भी इस विषय को गंभीरता से नही ले रहे ।
उमेश कुमार नायक एसडीओ पीडब्ल्यूडी - मेरे द्वारा बिल्डिंग तोड़ने की अनुमति नही दी गई है ।
रोनक अग्रवाल ठेकेदार - हमने भवन तोड़कर मलबा स्वास्थ्य विभाग को सौप दिया है ।
एआर बंजारे बीएमओ पथरिया -
पूरे मामले से एसडीएम सर को अवगत करा दिया है ।