जर्जर भवन में डाकघर, खतरे के बीच काम करते कर्मचारी

जर्जर भवन में डाकघर, खतरे के बीच काम करते कर्मचारी

पथरिया - नगर में स्थित डाकघर की शाखा जर्जर भवन में चल रही है। यहां हर पल खतरे के बीच कर्मचारी काम करते हैं। विभिन्न प्रकार की सेवाओं के लिए आने वाले उपभोक्ता भी भवन के हालत को देख कर सहमे रहते हैं।

लगभग 10 वर्षों से एक ही भवन में डाकघर की शाखा चल रही है। इस दौरान भवन का मरम्मत नहीं हुआ है। कमरों में दीवार से प्लास्टर उजड़ रहा है। छत भी जगह-जगह दरकी हुई है। बरसात के मौसम में दीवार सीलन लेती है। इससे यहां रखे अभिलेखों के खराब होने की संभावना बनी हुई है। जर्जर छत टपक रही है। पानी से अभिलेखों को बचाने के लिए कर्मचारी कार्य समाप्त करने के बाद अभिलेखों को व्यवस्थित करके ही घर जाते हैं। इस शाखा पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है। भवन जर्जर होने से लोगों को खतरे की आशंका बनी रहती है। यहां काम कर रहे कर्मचारी ने बताया कि मंगलवार को ज़ब ऑफिस को खोला गया तो छत का एक टुकड़ा टूट कर गिरा,हुआ था। ऑफिस बंद होने के कारण  बाल-बाल बच गए। अक्सर ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। इससे कार्यालय में बैठने में भी भय लगता लगता है।  जीर्ण-शीर्ण भवन में कभी भी कोई हादसा हो सकता है।