छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार दो डिप्टी सीएम,युवाओं में काफ़ी लोकप्रिय हिदूवादी छवि वाले विजय शर्मा,संगठन के साथ साथ प्रशासनिक पकड़ रखने वाले अरूण साव बने उप मुख्यमंत्री,
रायपुर। प्रदेश की नवनियुक्त मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और प्रदेश के दो उपमुख्यमंत्री के रूप में अरुण साव एवं विजय शर्मा ने आज शपथ ले लिया।छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार होगा जब प्रदेश को दो डिप्टी सीएम मिले हैं। इसके पहले कांग्रेस के कार्यकाल में चुनाव के आखिरी वर्ष में टीएस सिंहदेव को उप मुख्यमंत्री बनाया गया था। दोनों ही डिप्टी सीएम पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं,अरुण साव कि अगर बात करें तो ओबीसी वर्ग से आने वाले अरुण साव भारतीय जनता पार्टी से बिलासपुर लोकसभा के उम्मीदवार रहे सांसद का चुनाव जीता और सांसद बने।इसके बाद उन्हें भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की नई जिम्मेदारी दी गई। विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद लोरमी विधानसभा सीट से उन्हें भाजपा ने अधिकृत प्रत्याशी बनाया।2023 विधानसभा चुनाव अरूण साव की अगुवाई में ही लड़ा गया। एक के बाद एक लगातार साव पद पर बने रहे। संघ से जुड़े अरुण साव सक्रिय राजनीति में रहे और डिप्टी सीएम के पद पर पहुंचे हैं। दूसरे डिप्टी सीएम विजय शर्मा सामान्य वर्ग से युवा चेहरा रहे, विजय शर्मा फायर ब्रांड नेता कट्टर हिंदूवादी छवि के साथ पहली बार कवर्धा की हॉट सीट से कांग्रेस के कद्दावर मंत्री मोहम्मद अकबर को भारी अंतर से हराया और पहली बार विधानसभा पहुंचे हैं ।इसके पहले शर्मा भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे वे युवा वर्ग में काफ़ी लोकप्रिय है।जिला पंचायत सदस्य का भी चुनाव लड़े हैं,और जीत दर्ज की है। विजय शर्मा के डिप्टी सीएम बनाए जाने के सियासी मायने पार्टी कट्टर हिंदूवादी छवि का लाभ लेने ये दायित्व दिया गया।आगे लोकसभा चुनाव होंगे जिसका फायदा पार्टी लेना चाहेगी।आगे कैबिनेट मंत्रियों को लेकर थोड़ा इंतजार करना होगा कुछ दिनों के इंतजार के बाद संभवत:मंत्रियों का शपथ होगा।
ब्यूरो रिपोर्ट