धान उठाव में लेट लतीफी पर प्रशासन हुआ सख्त,लेटलतीफी करने वाले मिलर्स का पंजीयन निरस्त कर ब्लैकलिस्ट करने की होगी कार्यवाही,अनियमितता करने वाले समितियों और मिलर्स पर दर्ज कराया जा रहा है FIR*
मुंगेली । जिले में धान उठाव में लेटलतीफी पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। कलेक्टर राहुल देव ने धान उठाव में लेटलतीफी करने वाले मिलर्स पर सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि धान उठाव में किसी भी प्रकार के लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही करने वाले मिलर्स का पंजीयन निरस्त करते हुए उन्हें ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा।
गौरतलब है कि जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 55 लाख 86 हजार क्विंटल से अधिक धान की खरीदी की गई थी, जिसका निराकरण अभी जारी है और लगभग 55 लाख क्विंटल से अधिक धान का उठाव किया जा चुका है। वहीं लगभग 86 हजार क्विंटल धान उठाव हेतु अभी भी शेष है। शतप्रतिशत धान उठाव के लिए कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ प्रभाकर पाण्डेय द्वारा लगातार बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैं। अधिकांश धान का डीओ रायपुर, राजनांदगांव, और दुर्ग मिलर्स का कटा हुआ है। उन मिलर्स के द्वारा जिले से धान उठाव करने में अनावश्यक लेट लतीफी और उदासीनता दिखाई जा रही है। बार-बार निर्देश दिए जाने के बाद भी रानी सती दुर्ग, आर एस फूड राजनांदगांव, बालाजी दुर्ग,गायत्री फूड राजनांदगांव, श्रद्धा राजनांदगाव, मोहन फ़ूड रायपुर,सतनाम फ़ूड रायपुर आदि मिलर धान का उठाव करने मे रुचि नहीं ले रहे थे। जिस पर जिला कलेक्टर राहुल देव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए एम.डी. मार्कफेड को उक्त मिलर का पंजीयन निरस्त करने तथा ब्लैक लिस्ट करने के लिए पत्र प्रेषित किया है। बता दें की जिले में धान के निराकरण में सहयोग नहीं करने और अनियमितता करने पर एक मिलर श्याम राइस प्रोडक्ट बरेला के ऊपर एफआईआर भी दर्ज कराया जा चुका है। साथ ही अब तक तीन खरीदी केंद्र गुरुवाइन डबरी, मदनपुर,और अखरार के प्रभारियों पर भी एफ आई आर दर्ज कराया जा चुका है। जिला कलेक्टर ने धान उठाव नहीं कराने पर जिला विपणन अधिकारी शीतल भोई को भी नोटिस देकर जवाब तलब किया है। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों की बैठक लेकर शेष धान के शीघ्र उठाव के निर्देश दिए हैं।
ब्यूरो रिपोर्ट