मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मुंगेली के फरहदा में भक्त माता कर्मा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हुए शामिल,प्रदेशवासियों के सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की, कहा कटघोरा-डोंगरगढ़ रेल परियोजना अंतर्गत भू-अर्जन की कार्यवाही शीघ्र होगी प्रारंभ
बिलासपुर/मुंगेली। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज मुंगेली जिले के ग्राम फरहदा में भक्त माता कर्मा मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने जनप्रतिनिधियों एवं समाज के पदाधिकारियों के साथ भक्त माता कर्मा की पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुखिया
साय ने भक्त माता कर्मा प्राण-प्रतिष्ठा के लिए साहू समाज एवं उपस्थित सभी लोगों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा की ग्राम फरहदा में भक्त माता कर्मा मंदिर का निर्माण बिना किसी शासकीय सहयोग के सभी ग्रामवासियों ने मिलकर करवाया है। यह ग्रामवासियों के सामूहिक एकता को दर्शाता है। उन्होंने बिलासपुर लोकसभा क्षेत्र से तोखन साहू को सांसद के रूप में जिताने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मंत्रीमंडल में सांसद तोखन साहू आवास एवं शहरी मामलों के केन्द्रीय राज्यमंत्री बनाया गया है, जो पूरे प्रदेश एवं इस क्षेत्र के लिए गौरव की बात है।
मुख्यमंत्री साय ने कहा की हमारी सरकार विकास की दिशा में लगातार कार्य कर रही है। प्रदेश के किसानों को हम 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान की कीमत दे रहे है। महतारी वंदन योजना के अंतर्गत 70 लाख से अधिक महिलाओं को लाभान्वित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिलासपुर-मुंगेली रोड से ग्राम फरहदा मार्ग जिसकी कुल लंबाई साढ़े पांच किलोमीटर है, बजट में इसे स्वीकृत किया गया है, जल्द ही इसका कार्य प्रारंभ किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कटघोरा-डोंगरगढ़ विशेष रेल परियोजना के लिए राज्य शासन द्वारा 300 करोड़ रूपए दिया जा चुका है। शीघ्र ही भू-अर्जन की कार्यवाही प्रारंभ की जाएगी। इस परियोजना अंतर्गत मुंगेली जिला में 38.02 किलोमीटर रेल लाईन गुजरेगी। जिससे इस क्षेत्र के लोग भी आने वाले समय में रेल सेवा से लाभान्वित होंगे।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि हमारी सरकार विकास के लिए समर्पित है। आज जिलेवासियों के लिए 25 करोड़ रूपए से अधिक की राशि के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया जा रहा है। प्रदेश सरकार पानी, बिजली, आवास सहित विकास के सभी आयामों पर बेहतर तरीके से कार्य कर रही है। कार्यक्रम में वाणिज्य, उद्योग, श्रम एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखनलाल देवागंन ने धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के समापन में अतिथियों को मोमेंटो, शाल व श्रीफल प्रदान किया गया। इस अवसर पर मुंगेली विधायक पुन्नूलाल मोहले, बिल्हा विधायक श्रधरमलाल कौशिक, बिलासपुर विधायक
अमर अग्रवाल, तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, विधायक रायपुर मोतीलाल साहू, बिलासपुर आईजी संजीव शुक्ला, कलेक्टर राहुल देव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गिरिजा शंकर जायसवाल, अपर कलेक्टर श्रीमती निष्ठा पाण्डेय तिवारी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रभाकर पाण्डेय सहित प्रशासनिक अमला, पूर्व सांसद लखनलाल साहू, पूर्व विधायक श्री विक्रम मोहले, कृष्णमूर्ति बांधी, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती शीलू साहू, श्रीमती अम्बालिका साहू, श्रीमती दुर्गा उमाशंकर साहू अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रदेश, जिला एवं तहसील साहू समाज के पदाधिकारीगण, सदस्यगण, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
*मुख्यमंत्री श्री साय ने की विभिन्न विकास कार्यों की घोषणा*
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने जल संसाधन विभाग, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग से संबंधित लगभग 25 करोड़ से अधिक की राशि के 19 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इसके साथ ही उन्होंने ग्राम फरहदा में साहू समाज के सामुदायिक भवन के लिए 25 लाख रुपए, आदिवासी एवं सतनामी समाज के सामुदायिक भवन के लिए 6-6 लाख रुपए देने की घोषणा की। इसी प्रकार ग्राम फरहदा में शासकीय हाई स्कूल को हायर सेकेंडरी स्कूल के रूप में उन्नयन और ग्राम भालापुर से अचानकपुर तक और हरियरपुर से टेढ़ाधौंरा तक सड़क नवीनीकरण कार्य के लिए भी घोषणा की।
*सेवा समर्पण एवं त्याग की प्रतीक हैं भक्त माता कर्मा*
गौरतलब है कि भक्त माता कर्मा सेवा, त्याग, समर्पण की देवी हैं। कहा जाता है की साहू समाज की आराध्य देवी माता कर्मा ने अपनी भक्ति से साक्षात् श्रीकृष्ण के दर्शन किए और अपनी गोद में लेकर बालकृष्ण को अपने हाथों खिचड़ी खिलाई। उनकी गौरव गाथा जन-जन के मानस में श्रद्धा भक्ति के भाव से विगत हजारों वर्षाें से चली आ रही है। माता कर्मा के जीवन से आत्मबल, निर्भीकता, साहस, पुरूषार्थ, समानता और राष्ट्रभावना की शिक्षा मिलती है। वे अन्याय के आगे कभी झुकी नहीं। उन्होंने संसार के हर दुःख-सुख को स्वीकारा और उनका डट कर मुकाबला किया।
ब्यूरो रिपोर्ट