तीनो सेनाओं के सर्वोच्च सेनापति से इंडियन नेवी के असिस्टेंट कमांडिंग ऑफिसर, केंद्रीय विद्यालय शिक्षक, पुलिस स्कूल की शिक्षिका को मिला गोल्ड मेडल

तीनो सेनाओं के सर्वोच्च सेनापति से इंडियन नेवी के असिस्टेंट कमांडिंग ऑफिसर, केंद्रीय विद्यालय शिक्षक, पुलिस स्कूल की शिक्षिका को मिला गोल्ड मेडल

बिलासपुर। राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू ने आज गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होकर प्रतिभावान विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया। इस दौरान राष्ट्रपति ने 28 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि और 76 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल दिए गए। 76 में से 72 विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक मिला, जिनमे 45 छात्राओं ने स्वर्ण पदक जीत  अपना दबदबा बरकरार रखा हैं। 

आंध्रप्रदेश के विशाखापट्टनम के पास सेलुर के रहने वाले बीजीवीएस जगन वर्तमान में इंडियन नेवी में असिस्टेंट कमांडिंग ऑफिसर ट्रेनी हैं। उन्होंने गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय से एमफॉर्मा किया है। उनका एमफार्मा में 91.6% प्रतिशत हैं। बीजीवीएस जगन ने  स्कूलिंग सेलूर से ही की है। जिसके बाद उड़ीसा के ब्रम्हपुर से उन्होंने बी फार्मा किया। एम फॉर्मा उन्होंने बिलासपुर के केंद्रीय विश्वविद्यालय से किया। उनके पिता वि नारायण मूर्ति बरमपुर उड़ीसा में फार्मा कॉलेज में ऑफिस सुप्रीडेंटेड के पद पर पदस्थ हैं। इनकी माता बी राधा हाउस वाइफ है। जगन के छोटे भाई बी उदयभास्कराचार्यालु तिरूमाला देवस्थानम ट्रस्ट में पुजारी हैं। बीजीवीएस जगन की वर्तमान पदस्थापना केरला के इजिमला में हैं। जहां उनकी ट्रेनिंग चल रहीं हैं। बीजीवीएस जगन ने बताया कि देश की राष्ट्रपति तीनों सेनाओं की सर्वोच्च सेनापति होती हैं।  वे भी नेवी ( जल सेना) में है। अपनी  सर्वोच्च सेनापति के हाथों पदक पाकर उन्हें बेहद प्रसन्नता हो रही हैं।

जगदलपुर के प्रज्ज्वल मिश्रा ने एमसीए में 85.325% हासिल किया है। उनके पिता राजीव मिश्रा निजी कॉलेज में लैब टेक्नीशियन हैं। उन्होंने केंद्रीय विद्यालय जगदलपुर से अपनी स्कूलिंग की हैं। बीएससी कंप्यूटर साइंस से बस्तर यूनिवर्सिटी के क्राइस्ट कॉलेज से पूरी की। फिर केंद्रीय विश्वविद्यालय गुरु घासीदास  यूनिवर्सिटी से एमसीए किया। प्रजव्वल ने बताया कि पढ़ाई में एचओडी अमित सक्सेना और पुष्पलता मैडम ने बहुत सहयोग किया। वर्तमान में प्रजव्वल केंद्रीय विद्यालय बचेली में शिक्षक के पद पर पदस्थ हैं।

रायपुर के पुलिस वेलफेयर स्कूल में शिक्षिका का दायित्व निर्वहन करने वाली डॉक्टर भूमिका तिवारी को एंथ्रोपोलॉजी में पीएचडी करने पर गोल्ड मेडल मिला है। डॉ भूमिका तिवारी दुर्गा की रहने वाली हैं। उन्होंने रवि शंकर विश्वविद्यालय रायपुर से एंथ्रोपोलॉजी में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था। इसके बाद गुजरात की वर्धा यूनिवर्सिटी से एंथ्रोपोलॉजी में ही एमफिल किया। डॉ भूमिका तिवारी ने शादी के बाद भी पारिवारिक दायित्वों व एक बच्चे की जवाबदारी निभाते हुए गोल्ड मैडल हासिल किया हैं। 

बीए इकोनॉमिक्स की छात्रा रश्मित कौर ने अपने संकाय में टॉप करने पर गोल्ड मेडल पाया है।  रश्मित कौर उन चुनिंदा 22 विद्यार्थियों में से एक हैं जिन्हें राष्ट्रपति ने अपने हाथों से मैडल प्रदान किया हैं। रश्मित कौर बिलासपुर के विनोबा नगर की रहने वाली हैं। उनके पिता प्रीतपाल सिंह कैटरर्स का काम करते हैं। घर में आर्थिक तंगी के हालात होने के बाद भी उन्होंने अपनी बेटी को प्राइवेट स्कूल में पढ़ाया। बेटी ने भी अपनी योग्यता साबित की। रश्मित आगे चल कर नेट क्लियर कर प्रोफेसर बनना चाहती हैं।


बिलासपुर के सरकंडा के रहने वाले छात्र प्रभव दुबे को बीए हिस्ट्री ऑनर्स में 94% अंक लाकर टॉप करने पर गोल्ड मेडल दिया गया है। प्रभव दुबे ने  10वीं और 12वीं   डीएवी पब्लिक स्कूल से 98%व 96% लाकर उत्तीर्ण की है। प्रोफाइल दुबे ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा मैथ्स विषय से उत्तीर्ण की है। फिर सिविल सेवाओं में कैरियर बनाने की चाह में बीए हिस्ट्री से किया। उनके पिता प्रिय दुबे प्रतिष्ठित पत्रकार व माता डॉक्टर भारती दुबे मस्तूरी ब्लॉक के दर्रीघाट में शिक्षिका के पद पर पदस्थ हैं।