*सांसद के पत्र और जनता के 40 लाख आवेदनों का निराकरण नहीं फिर कहां है सुशासन?- पीसीसी चीफ बैज*

*सांसद के पत्र और जनता के 40 लाख आवेदनों का निराकरण नहीं फिर कहां है सुशासन?- पीसीसी चीफ बैज*

रायपुर । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि सुशासन तिहार ढकोसला है, जनता को इससे कोई लाभ नहीं मिलने वाला है। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने  बढ़ते अपराध, यातायात समस्या, शिक्षक भर्ती और लचर स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर पत्र लिखे हैं और सुशासन तिहार के पहले दूसरे चरण में आम जनता की समस्याओं से सम्बंधित लगभग 40 लाख आवेदन आए थे। इसके पहले मुख्यमंत्री जनदर्शन कार्यक्रम में 75,000 से अधिक आवेदन आया था। जिसका आज तक निराकरण नहीं हुआ है। फिर कहां है सुशासन? ऐसे में सुशासन तिहार के तीसरे चरण का कोई मतलब नहीं है। प्रदेश की जनता भाजपा सरकार के डेढ़ साल के कार्यकाल से हताश और परेशान हो गई है। किसान, मजदूर, व्यापारी, महिलाएं, छात्र, युवा, हर वर्ग हताश और परेशान है, अपनी समस्याओं को लेकर दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं और जिम्मेदार तिहार मना रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद प्रदेश में सारी व्यवस्थाएं चरमरा गई है। अब तक 50 हजार करोड़ का कर्ज लिया जा चुका है। बिजली कटौती, पेयजल की समस्या, शिक्षकों की कमी, युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं, व्यापारी अनियमित जीएसटी से परेशान है। प्रदेश में मात्र 33 प्रतिशत स्टील उद्योग चल रहे हैं बांकी महंगी बिजली एवं प्रशासनिक अराजकता के चलते बंद हो गए है। अनियमित कर्मचारी, दिव्यांगजन वादाखिलाफी से त्रस्त है। नया 18 लाख प्रधानमंत्री आवास में से एक भी आवास स्वीकृत नहीं हो पाया है। 500 रू. में गैस सिलेंडर का वादा जुमला निकला। प्रधानमंत्री आवास को तोड़ा जा रहा है। अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है, परिवहन विभाग की वसूली से ट्रांसपोर्टर वाहन चालक त्रस्त है। रोज नए नियम लागू करके जनता को परेशान किया जा रहा है। क्या यही सुशासन है?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा की सरकार बनने के बाद सिर्फ भाजपा नेताओं के लिए सुशासन है कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार जोरों पर है। कोई ऐसा विभाग नहीं बचा है जहां भाजपा के बिचौलिया न हो। डेढ़ साल में सड़क का मरम्मत नहीं हो पाया, स्कूलों के बिल्डिंग ध्वस्त हो रही है, अस्पतालों में दवाइयां नहीं है, जांच मशीने खराब पड़ी है, आयुष्मान का भुगतान रोके जाने से निजी अस्पताल इलाज में बहानेबाजी करके मरीजों को लौटा रहे है। मरीज इलाज के लिए भटक रहे, महतारी वंदन योजना में नाम काटा जा रहा है, रेडी टू ईट को महिला स्वास्थ्य समूह को देने की घोषणा की गई थी लेकिन वह सिर्फ घोषणा ही साबित हुई है, भाजपा सरकार पूरी तरह असफल साबित हो गई है।

ब्यूरो रिपोर्ट