सर्व ब्राह्मण समाज और परशु सेना मनाएगा तीन दिवसीय भगवान परशुराम जन्मोत्सव, शोभायात्रा होगा आकर्षण का केन्द्र

सर्व ब्राह्मण समाज और परशु सेना मनाएगा तीन दिवसीय भगवान परशुराम जन्मोत्सव, शोभायात्रा होगा आकर्षण का केन्द्र

बिलासपुर। सर्व ब्राह्मण समाज और परशु सेना मिलकर तीन दिवसीय भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाने जा रहे है। 9 10 और 11 मई को विभिन्न तरह के आयोजनों के जरिए जयंती मनाई जाएगी। बुधवार को बिलासपुर प्रेस क्लब में पहुंचकर सर्व ब्राह्मण समाज के चीका बाजपेई, विनय शर्मा, राजकुमार तिवारी, जितेंद्र चौबे और आदर्श दुबे ने बताया कि 9 मई को कान्यकुब्ज भवन लोखंडी में भगवान परशुराम जी के मंदिर में पूजा अर्चना एवं प्रसाद वितरण से जयंती पर्व की शुरुआत होगी।इसके बाद विशाल रक्तदान शिविर प्रार्थना सभाकक्ष जल संसाधन कार्यालय,बिलासपुर में आयोजित किया जाएगा।इसी तरह 10  मई को कान्यकुब्ज भवन इमलीपारा में हवन, पूजा-अर्चना और भंडारा,

 राजकिशोर नगर में भगवान परशुराम जी की प्रतिमा की पूजा अर्चना एवं शाम को महा आरती की जाएगी। 11 मई को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। शीतला माता मंदिर दयालबंद से सायं 4.30 बजे यह शोभायात्रा निकलेगी जो शहर के मुख्य मार्गों गांधी चौक, जूना बिलासपुर, गोल बाज़ार, सदर बाज़ार सिम्स चौक होते हुए पं. देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में समाप्त होगी।  आयोजकों ने बताया कि शोभायात्रा में विशेष रूप से पंजाब से पधारे पंजाब बैंड शामिल रहेगा। सागर का प्रसिद्ध डमरू दल शोभायात्रा की शोभा बढ़ाएगा। उड़ीसा का घंटा बाजा भी शोभायात्रा में शामिल रहेगा
इस दौरान छ.ग. की स्थानीय कर्मा एवं पंथी नृत्य भी शामिल रहेगा। मां काली, राधा-कृष्ण, मसाने होली समेत अन्य जीवंत झांकियां लोगों को प्रभावित करेंगी। शोभायात्रा के पश्चात् पं. देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में भगवान परशुराम जी की महाआरती की जाएगी। पं. देवकीनंदन दीक्षित स्कूल प्रांगण में महाआरती के बाद धर्मसभा का आयोजन किया जाएगा  जिसमें आशीवर्चन देने प्रमुख रूप से शांतिकुटी आश्रम से आचार्य श्री रामभूषण जी महाराज उपस्थित रहेंगे।इसी दौरान सम्मान समारोह भी आयोजित किया जाएगा जिसमें विप्र समाज के मार्गदर्शक, प्रेरणास्रोत वरिष्ठ विप्रजनों, प्रतिभाशाली युवाओं एवं समाज की गौरवशाली विभूतियों का सम्मान किया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में ख्याति प्राप्त कलाकारों द्वारा सुमधुर भजनों से सुसज्जित भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा। महाप्रसाद स्नेह भोज सायं 08 बजे से प्रभु इच्छा के साथ ही तीन दिवसीय जन्मोत्सव का समापन हो जाएगा।

ब्यूरो रिपोर्ट