मुंबई स्थित संयुक्त राज्य दूतावास के प्रतिनिधिमंडल ने कलिंगा विश्वविद्यालय का किया दौरा

मुंबई स्थित संयुक्त राज्य दूतावास के प्रतिनिधिमंडल ने कलिंगा विश्वविद्यालय का किया दौरा

रायपुर। मुंबई स्थित संयुक्त राज्य दूतावास से एक प्रतिनिधिमंडल ने आज कलिंगा विश्वविद्यालय का दौरा किया और विश्वविद्यालय के अधिकारीयों तथा अंग्रेजी विभाग के प्राध्यापकों से मुलाकात की।प्रतिनिधिमंडल में मुंबई स्थित अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास से सुश्री सीता राइटर तथा अनन्या घोष शामिल थीं।

छात्र कल्याण प्रभारी डीन लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर ने स्वागत क्षेत्र में पारंपरिक आरती, तिलक और पोटेड प्लांट के साथ प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया। संवाद सत्र विश्वविद्यालय के बोर्ड रूम में हुआ।


बैठक में कुलपति डॉ. आर श्रीधर, महानिदेशक डॉ. बायजू जॉन, कुलसचिव डॉ. संदीप गांधी, डीन अकादमिक मामले डॉ. राहुल मिश्रा, सहायक कुलसचिव मनीष सिसोदिया, चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर इनक्यूबेशन  अभिजीत शर्मा, डॉ. विनीता दीवान, सहायक प्रोफेसर कला एवं मानविकी, श्री शेख अब्दुल कादिर, डिप्टी डीन छात्र कल्याण, सुश्री मरिएटा जगदल्ला, सहायक प्रोफेसर, सुश्री पापरी मुखोपाध्याय, सहायक प्रोफेसर, सुश्री सोनल सिंह, शिक्षण सहायक और श्री यूनुस रजवी उपस्थित थे।


सुश्री सीता राइटर ने बताया कि उनके दौरे का उद्देश्य एक्सचेंज प्रोग्राम के जरिए छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए मदद करना है। उन्होंने बताया कि अमेरिकी विश्वविद्यालय डिजिटल गाइड विकसित कर रहे हैं और इसे अक्टूबर 2024 में लॉन्च किया जाएगा, जिससे भारतीय शिक्षण संथाओं को अमेरिकी विश्वविद्यालयों से जुड़ने में मदद मिलेगी।
सुश्री अनन्या घोष, अंग्रेजी भाषा और शिक्षा आउटरीच समन्वयक ने बताया कि अमेरिकी विश्वविद्यालयों द्वारा छात्रों के लिए स्व-गति कार्यक्रम पेश किए जाते हैं और संकाय प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि वे अंग्रेजी संकायों के लिए समन्वय कर भविष्य के कार्यक्रमों पर चर्चा करेंगे।
कुलसचिव, डॉ. संदीप गांधी ने कलिंगा विश्वविद्यालय के बारे में एक संक्षिप्त प्रस्तुति दी और बताया कि विश्वविद्यालय प्रबंधन, फार्मेसी और कला एवं मानविकी के क्षेत्रों में अमेरिकी विश्वविद्यालयों के साथ उद्योग अकादमिक सहयोग के लिए तत्पर है। उन्होंने बताया कि कलिंगा विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय और भारतीय छात्र अमेरिकी विश्वविद्यालयों में दाखिला लेने के इच्छुक हैं, बशर्ते उन्हें छात्रवृत्ति प्रदान की जाए।
प्रतिनिधि कलिंगा विश्वविद्यालय की अंतर्दृष्टि और राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों को उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को जानकर खुश थे। अतिथियों को शॉल, स्मृति चिन्ह और कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा विकसित जैविक वर्मीकम्पोस्ट देकर सम्मानित किया गया ।

ब्यूरो रिपोर्ट