*पेड़ों की अवैध कटाई पर प्रशासन सख्त SECL  सीएमडी को नोटिस,बिना अनुमति 143 पेड़ों की कटाई का मामला*

*पेड़ों की अवैध कटाई पर प्रशासन सख्त SECL  सीएमडी को नोटिस,बिना अनुमति 143 पेड़ों की कटाई का मामला*

बिलासपुर। पर्यावरण संरक्षण का दावा करने वाले साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के सीएमडी पर 500 हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटाई का गंभीर आरोप लगा है। शिकायतकर्ता द्वारा एसईसीएल अधिकारियों पर जो आरोप लगाया था। पटवारी ने जांच में शिकायत सही पाई व 146 पे़ड़ काटने की पुष्टि की है। जांच में आरोप सही पाए जाने पर कलेक्टर अवनीश शरण के निर्देश पर एसडीएम पीयूष तिवारी ने एसईसीएल के सीएमडी को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जवाब देने के निर्देश दिए हैं। संभवतः यह पहली बार है कि एसईसीएल के टॉप के अफसर को नोटिस जारी किया गया है। 

शिकायतकर्ता अमित मिश्रा ने कलेक्टर अवनीश शरण को शिकायत कर बताया कि बिलासपुर चांटीडीह क्षेत्र में स्थित एसईसीएल मुख्यालय के अंदर नेहरू शताब्दी नगर है। यहां पर गुलमोहर झाड लगाए गए थे। इन गुलमोहर के जंगल में 20 से 25 साल पुराने लगभग पांच सौ पेडो की अवैध कटाई की गई है। पेडो की अवैध कटाई को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर अवनीश शरण ने जांच का आदेश दिए थे। पटवारी हल्का नंबर 33 ने मामले की जांच के बाद रिपोर्ट कलेक्टर को पेश की, पेश रिपोर्ट में खसरा नंबर 56, रकबा 4.2552 हेक्टेयर में लगे कुल 143 गुलमोहर के पेड़ बिना अनुमति काटने की पुष्टि की गई है। काटे गए पेडो में  27 बड़े पेड़ प्रत्येक 4 मीटर मोटे और 116 मध्यम व छोटे पेड़ शामिल हैं। पेड कटने की पुष्टि रिपोर्ट में होने  पर कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम बिलासपुर पीयूष तिवारी ने  एसईसीएल  के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक को नोटिस जारी कर तीन दिनो में बिना अनुमति किन कारणों से पेडों की कटाई की गई है इसका जवाब मांगने, कारण बताओँ नोटिस जारी किया है।

पर्यावरण कानून का उल्लंघन:–

बिना अनुमति वृक्षों की कटाई छत्तीसगढ़ भू-संसाधन संहिता, 1959 की धारा 240 और वृक्ष कटाई नियम 2022 के नियम-5 का उल्लंघन है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि तीन दिन के भीतर संतोषजनक जवाब नहीं मिला, तो एसईसीएल पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।

कार्रवाई न होने पर आत्मदाह की दी थी चेतावनी :–
शिकायतकर्ता अमित मिश्रा ने कलेक्टर अवनीश शरण को ज्ञापन सौंपते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। कार्रवाई न होने पर एसईसीएल के खिलाफ उग्र आंदोलन, घेराव और पुतला दहन के साथ ही आत्मदाह की चेतावनी दी थी। अवैध तरीके से हुई पेड कटाई पर गंभीरता से जांच होने पर शिकायत पर मुहर लग चुकी है।

ब्यूरो रिपोर्ट