*जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं पुनरीक्षा समिति की बैठक आयोजित* *बैंकर्स को ज्यादा से ज्यादा केसीसी के प्रकरण स्वीकृत करने के दिए गए निर्देश

*जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं पुनरीक्षा समिति की बैठक आयोजित*  *बैंकर्स को ज्यादा से ज्यादा केसीसी के प्रकरण स्वीकृत करने के दिए गए निर्देश

मुंगेली । कलेक्टर राहुल देव के निर्देशानुसार जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति एवं पुनरीक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल भी बैठक में शामिल हुए। उन्होंने सायबर अपराध, बैंक सुरक्षा ऑडिट, डिजिटल अरेस्ट जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की और सभी बैंकर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से सभी बैंकों में प्रोटोकाल का अनिवार्य रूप से पालन करने, व्यवस्थित पार्किंग, साइबर ठगी का शिकार होने पर बचाव के लिए सरकार की ओर से जारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 को सभी बैंक परिसर में चस्पा करने के निर्देश दिए। 
           जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय ने विभागवार बैंकों को प्रेषित प्रकरणों और उसकी स्वीकृति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि मत्स्य, पशुपालन आदि व्यवसाय से जुड़े हितग्राहियों को केसीसी जारी करने में कोई समस्या नहीं होनी चाहिए। सभी बैंकर्स ज्यादा से ज्यादा केसीसी के प्रकरण स्वीकृत करें और लक्ष्य हासिल करें। उन्होंने कहा कि इस बैठक का मुख्य उद्देश्य शासन की योजनाओं के तहत अधिक से अधिक लोगों को केसीसी ऋण प्रदान करना है। उन्होंने पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सभी ऋण प्रकरणों को प्राथमिकता से स्वीकृत करने, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना एवं जीवन ज्योति बीमा योजना अंतर्गत संबंधित ग्रामों में शिविर लगाने तथा शतप्रतिशत खाताधारकों को योजना की जानकारी देते हुए बीमा करने के निर्देश दिए।
           बैठक में बैंकों के सीडी रेशियों, वित्तीय साक्षरता शिविर, किसानों की आय दुगुनी करने हेतु किए जाने वाले प्रयासों, डिजिटल पेमेंट, एसएचजी खातों में दोहरी प्रमाणीकरण, शिक्षा ऋण में शासकीय एवं निजी बैंकों की भागीदारी, बैंक एटीएम नेटवर्क, मुद्रा योजना की प्रगति, वार्षिक ऋण योजना अनुसार बैंकों की उपलब्धि, कृषि क्षेत्र में दिए गए ऋण, जनधन खाता की प्रगति, एनआरएलएम अंतर्गत समूहों को ऋण एवं बैंक लिंकेज की स्थिति, एनयूएलएम अंतर्गत व्यक्तिगत एवं समूह ऋण, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना आदि के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी, भारतीय रिजर्व बैंक के प्रतिनिधि, डीडीएम नाबार्ड, लीड बैंक और विभिन्न बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे।