चैत्र नवरात्रि पर्व का आरंभ आज से, मंदिरों में जलेंगे आस्था के दीप, माता की होगी विशेष पूजा आराधना

चैत्र नवरात्रि पर्व का आरंभ आज से, मंदिरों में जलेंगे आस्था के दीप, माता की होगी विशेष पूजा आराधना

धर्म आस्था। चैत्र नवरात्र का आरंभ आज से हो रहा है आदि शक्ति मां की आराधना का पर्व मंगलवार को शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में हजारों मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किए जाएंगे। ऐसी मान्यता है कि नवरात्रि पर मां दुर्गा अपने भक्तों पर विशेष कृपा प्रदान करती है आदिशक्ति मां दुर्गा की पूजा उपासना से भक्तों को मनवांछित फल प्राप्त होते हैं। नवरात्रि पर 9 दिनों तक उपवास का भी काफी महत्व है भक्त अपने हिसाब से माता की पूजा आराधना करते हैं।


*नवरात्रि पर कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
 9 अप्रैल मंगलवार को आरंभ हो रहे चैत्र नवरात्रि का शुभ मुहूर्त 11:57 से 11:48 तक रहेगा इसे अभिजीत मुहूर्त कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कलश स्थापना पूजा पाठ एवं शुभ कार्यों के लिए अभिजीत मुहूर्त को सर्वश्रेष्ठ माना गया है।


*शहर के प्रसिद्ध मंदिरों में होगी पूजा अर्चना जलेंगे मनोकामना ज्योति कलश
बिलासपुर जिले के प्रसिद्ध मंदिर रतनपुर स्थित श्री सिद्ध शक्तिपीठ मां महामाया देवी का मंदिर है। साथ ही भैरव बाबा व लखनी देवी माता का मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है, रतनपुर की पोड़ी में ही मां मंगला गौरी का मंदिर भी काफी प्रसिद्ध है यहां लोग आस्था के साथ माता के दर्शन के लिए जाते हैं।

इसके साथ ही शहर के तिफरा में काली माता का मंदिर, यदुनंदन नगर में शमशान वासिनी मां काली  मंदिर, जरहभाठा स्थित मां दुर्गा मंदिर, रेलवे क्षेत्र स्थित बंगाली कालीबाड़ी, सरकंडा स्थित सतबहनिया मंदिर, बैमा-नगोई स्थित मां महामाया मंदिर में प्रमुख मनोकामना ज्योत प्रज्वलित होंगे। साथ ही विशेष पूजा आराधना किए जाएंगे। नवरात्रि के आरंभ के साथ ही इन सभी मंदिरों में भक्तों की अच्छी खासी भीड़ रहती है। मान्यताओं के अनुसार ५१ शक्तिपीठों में से एक है रतनपुर स्थित मां महामाया देवी का मंदिर जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु नवरात्रि पर माता के दर्शन करने आते हैं। साथ ही तेल व घी के मनोकामना के हजारों ज्योति कलश भी जलाए जाते हैं।