*बैंक से लोन लेने वाले डिफॉल्टर ऋणियों पर प्रशासन सख्त: कलेक्टर के निर्देश पर वसूली के लिए जारी हुआ नोटिस*।

मुंगेली। जिला प्रशासन ने बैंकों के डिफॉल्टर ऋणियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए वसूली की प्रक्रिया तेज कर दी है। कलेक्टर राहुल देव द्वारा बैंक से डिफॉल्टर खाताधारकों की सूची मंगाकर तत्त्काल आरआरसी (दंडात्मक कार्रवाई) दर्ज की गई है। कलेक्टर ने कहा है कि किसी भी हाल में बकाया वसूली को लेकर समझौता नहीं किया जाएगा और आवश्यकतानुसार सख्त कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बकाया राशि की वसूली नहीं होने पर ऋणियों की संपत्ति को नीलाम करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के निर्देश पर तहसीलदार द्वारा सभी ऋणियों को नोटिस जारी किया गया है।
बैक डिफॉल्टरों की तैयार की गई है सूची-
छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक द्वारा सूची तैयार की गई है। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, मुंगेली शाखा के ब्रांच मैनेजर विनय कुर्रे ने बताया कि बैंक द्वारा 139 डिफॉल्टर ऋणियों के खिलाफ आरआरसी दर्ज किया है, जिनसे कुल 1.40 करोड़ रुपए की वसूली की जानी है। कुछ शिक्षकों ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, मुंगेली से ऋण लिया था, लेकिन बाद में उन्होंने अपना वेतन अन्य बैंकों में स्थानांतरित कर दिया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिया है कि इन शिक्षकों के वेतन को पुनः छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक में स्थानांतरित किया जाए। वहीं, किसानों के मामले में यह पाया गया कि उन्होंने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, मुंगेली से ऋण लिया, लेकिन उनकी धान विक्रय की राशि जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में जमा हो रही है। प्रशासन अब इस पर भी सख्ती बरतने की तैयारी कर रहा है, ताकि बैंक को उचित समय पर वसूली मिल सके।
ब्यूरो रिपोर्ट