लाइव सुसाइड केस: डॉक्टर, वकील समेत 11 लोगो के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज, सभी के कॉल डिटेल की जॉच

लाइव सुसाइड केस: डॉक्टर, वकील समेत  11 लोगो के खिलाफ़ एफआईआर दर्ज, सभी के कॉल डिटेल की जॉच

बिलासपुर। रेलवे कर्मचारी की पत्नी प्रियंका सिंह ने रविवार को सोशल मीडिया में पोस्ट कर आत्महत्या कर ली थी। वहीं सुसाइड के पहले अंकिता सिंह ने एक विडियो सोशल मीडिया में जारी किया था,और कुछ पोस्ट भी उन्होंने सोशल मीडिया पर नामजद किए थे। इस पोस्ट और विडियो ने अंकिता सिंह शहर के नामचीन और रसूखदारों के नाम लिखा था। विडियो और पोस्ट के आधार पर अब इस मामले में सिविल लाइन पुलिस नामजद एफआईआर दर्ज किया है।आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 108(3)(5)के तहत जिसमे आत्महत्या के लिए उकसाने और प्रताड़ना का मामला कायम किया गया है।
एसपी रजनेश सिंह ने कहा-मौके पर पहुंचे पुलीस अधीक्षक रजनेश सिंह ने मिडिया को जानकारी देते हुए कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच होगी। मामला बेहद गंभीर है।एसपी रजनेश सिंह ने कहा कि इसके लिए जांच टीम गठित कर दी गई है। मामले में सिविल लाइन सीएसपी निमितेश सिंह इसके जांच अधिकारी है। 
 मृतिका के द्वारा जारी वायरल वीडियो और पोस्ट में जिनका नाम लिया गया उनके खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। पप्पू यादव निवासी, नागू राव, डॉ अजीत मिश्रा, दीप्ति शुक्ला,अनिल शुक्ला साईं दरबार का पंडित,पंडित का बेटा,विवेक अग्रवाल उर्फ विक्की अग्रवाल इन सभी के नाम पर एफआईआर दर्ज किया गया है।

जानिए पूरा मामला-  मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है जहां  मैग्नेटो मॉल के बाजू में सांई दरबार के बाजू वाली गली में प्रियंका सिंह रहती है। उनके पति रेलवे कर्मी है। रविवार सुबह 12:00 बजे के लगभग उन्होंने फेसबुक पर लाइव आकर फांसी लगा ली। फेसबुक में उन्होंने कई लोगों के नाम से पोस्ट भी किया। किसी ने जब पोस्ट देखा तो पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पुलिस महिला प्रियंका सिंह के घर पहुंची तब घर का दरवाजा अंदर से बंद था और आवाज देने पर कोई दरवाजा नहीं खोल रहा था। पुलिस दरवाजा खुलवाने के लिए मशक्कत कर रही थी। तभी महिला का रेलवे कर्मी पति अपनी ड्यूटी खत्म कर घर आया।पुलिस वालों को उसने देखकर थोड़ा रुकने का इशारा किया और दूसरी चाबी से घर का दरवाजा खोल घर के अंदर जाकर फिर से दरवाजा बंद कर लिया। पुलिस बाहर से आवाज देती रही। थोड़ी देर बाद महिला के पति ने दरवाजा खोला और बताया की महिला ने फांसी लगा ली है। खास बात यह है कि जब महिला ने फांसी लगाई तब महिला की 20 वर्षीया बेटी भी घर के अंदर थी। पुलिस जब पहले जाकर दरवाजा खटखटा रही थी तब महिला की बेटी ने भी दरवाजा नहीं खोला।  इस बात से पुलिस कर्मियों को पहले लगा था कि महिला घर में अकेली है। दरवाजा खुलने के बाद पुलिस अंदर गई और तत्काल महिला को लेकर जिला अस्पताल ले कर गए जहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।