बीजेपी सरकार में ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी, मोपका की सरकारी जमीन से हटवाया गया अवैध कब्जा,निगम की 20एकड़ जमीन पर था अवैध कब्जा,राजस्व, पुलिस विभाग की संयुक्त कार्यवाही,बड़ा सवाल? किसके शह पर की गई अवैध निर्माण और कब्जे कौन है जिम्मेदार
बिलासपुर । मोपका में निगम को आवंटित भूमि में से अवैध अतिक्रमण हटाया गया। निगम आयुक्त अमितकुमार के निर्देश पर कब्जा हटाया गया। लगभग 16 एकड़ भूमि को दर्जन भर बेज़ा कब्जा धारियों से मुक्त कराया गया है। निगम द्वारा इसमें लोगों के घूमने फिरने के लिए शानदार गार्डन बनाया जायेगा। निगम की अवैध कब्जा हटाओ टीम ने राजस्व और पुलिस के साथ मिलकर अवैध कब्जा हटाया गया है। बेज़ा कब्जा धारियों ने निगम की भूमि पर झोपड़ी, बाउंड्री वाल, कॉलम, टीन शेड, बोर्ड लगा दिए थे। आर्यन बिल्डर का बैनर भी हटाया गया। सवेरे 11बजे से शाम 4 बजे तक कार्रवाई की गई। उल्लेखनीय है की राज्य शासन द्वारा आयुक्त नगर पालिक निगम बिलासपुर को मौजा मोपका प. ह. न.29 तहसील व जिला बिलासपुर स्थित शासकीय भूमि खसरा नंबर 993/1 रकबा 57.475 हेक्टर में से 6 हेक्टर उद्यान निर्माण हेतु शर्तों के अधीन आबंटन किया गया। उपरोक्त भूमि पर कतिपय तत्वों द्वारा बेजाकब्जा किया गया।
जिसे नगर निगम आयुक्त के निर्देश पर 16 एकड़ भूमि बेजा कब्जा मुक्त कराया गया। टीम में तहसीलदार अतुल वैष्णव निगम के भवन अधिकारी सुरेश शर्मा,अतिक्रमण दस्ता जोन कमिश्नर अभियंता जुगल सिंह, पटवारी हरीश जैन हल्का पटवारी आरआई कि उपस्थिति में कब्जा मुक्त कराया गया। निगम को जमीन सौंपने के दो माह पश्चात आर आई निखिल झा द्वारा इसी जमीन को मनीष राय, कुमुद अवस्थी संदीप केडिया,अमृतलाल जोबनपुत्र का बताकर उन्हें कब्जा दिया जा रहा है। कुमुद अवस्थी के चौहदी में पूर्व में रोड है। किंतु मौके पर पश्चिम में रोड है। मनीष राय को तहसीलदार राजकुमार साहू द्वारा बेदखल किया गया था। अमृत जोबनपुत्रा को गलत तरीके से आरआई निखिल झा द्वारा सीमांकन कर दे दिया गया है। इसके अलावा सरस्वती साहू,मोहन साहू,अनिल श्रीवास,सारा खान का बेजा कब्जा हटाया गया है। शासन व निगम की लगभग 20 एकड़ भूमि भूमाफियाओं से मुक्त कराई गई है।
ब्यूरो रिपोर्ट