आज है काल भैरव जयंती, भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव की होती है पूजा,
काल भैरव जयंती: मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को काल भैरव जयंती मनाई जाती है। इसे कालाष्टमी और भैरव अष्टमी के नाम से भी जाना जाता रहै। इस दिन शिव के रौद्र रूप काल भैरव की पूजा की जाती है। मान्यता है कि कालाष्टमी या काल भैरव जयंती पर काल भैरव की पूजा करने से जीवन के सभी संकट, काल, दुख दूर होते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
पूजा के मूहर्त -5 दिसंबर को काल भैरव जयंती मनाई जाएगी। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 29 मिनट तक रहेगा। वहीं, जो लोग काल भैरव का पूजन रात्रि में करते हैं तो उनके लिए पूजा का शुभ मुहूर्त 5 दिसंबर को रात 11 बजकर 44 मिनट से लेकर रात 12 बजकर 39 मिनट तक रहेगा