धान खरीदी केंद्र स्थान्तरित करने से आक्रोशित ग्रामीणों ने दिया चुनाव बहिष्कार की चेतावनी
पथरिया - ब्लाक मुख्यालय से दो किलोमीटर दूर स्थित अनुसूचित जाति बहुल ग्राम गाँधीरवाडीह , बगबुड़वा के किसानों ने तहसीलदार और एसडीएम पथरिया को ज्ञापन सौंप कर ग्राम पुछेली के धान खरीदी केंद्र को पुनः चालू करने की मांग की है साथ पुछेली धान खरीदी केंद्र नही शुरू होने पर आगमी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी भी प्रशासन को दी है । तहसीलदार पथरिया को सौंपे ज्ञापन पत्र में किसानों ने बताया है कि पिछले वर्ष पुछेली धान खरीदी केंद्र को चार किलोमीटर दूर कोकड़ी पंचायत में स्थान्तरित कर दिया गया था जिस पर क्षेत्र के किसानों ने नाराजगी जाहिर कर एसडीएम और कलेक्टर मुंगेली से धान ख़िरीदी केंद पुछेली म् ही रखने की मांग की थी जिस पर ग्रामीणों को प्रशासन ने आगामी वर्ष पुनः पुछेली मे ही खरीदी का आश्वासन दिया था ।ग्रामीणों को उम्मीद थी कि इस वर्ष धान खरीदी के लिये तीन चार किलोमीटर दूर नही जाना पड़ेगा लेकिन इस बार भी कोकड़ी से ही धान खरीदी की घोषणा से क्षेत्र के किसान आक्रोशित है और प्रशासन से पुनः विचार करने की मांग कर रहे है वही यदि धान खरीदी केंद्र पुछेली नही आया तो बगुड़वा , गाँधीरवाडीह , के किसान चुनाव बहिष्कार की चेतावनी भी दे रहे है ।ज्ञापन सौंपने वालो म् वकील वर्मा , जावेद , पूना राम ,मदनदास यादव , एम नेताम , बीजू लाल , सहित दर्जनभर किसान उपस्थित रहे ।
जगह नही होने का हवाला -
किसानों ने बताया कि प्रशासन द्वारा पुछेली में धान खरीदी केंद्र के लिये पर्याप्त जगह नही होने का हवाला देकर धान खरीदी केंद्र स्थान्तरीत कर दिया गया जबकि पुछेली में सरपंच द्वारा चबूतरे का भी निर्माण कराया जा चुका है और खरीदी केंलिय जगह भी पर्याप्त है । किसान वकील वर्मा ने कहा कि शासन तो किसानों के सुविधा के लिये चार पांच गावो के बीच खरीदी केंद्र का निर्माण करने का निर्देश दिया है लेकिन प्रशासन के लोग अपनी सुविधाओ को ध्यान में रखकर खरीदी केंद्र को मनमाने ढंग से स्थान्तरित कर दे रहे है जो किसानों के लिये परेशानी का सबब बनता जा रहा है ।
धान खरीदी केंद्र नही तो वोट नही -
प्रशासन द्वारा इस वर्ष भी कोकड़ी से ही धान खरीदी करने के निर्णय से ग्राम पंचायत से ही बगुड़वा , गाँधीरवाडीह , और पुछेली के हजारों किसानों को तीन से चार किलोमीटर दूर धान परिवहन कर धान बेचना पड़ेगा जिस कारण किसानों को आर्थिक भार और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है उक्त जानकारी देते हुए ग्राम के किसान जावेद का कहना है कि हमारी समस्यों को सुना नही जा रहा है, पर्याय जगह होने के बाद भी गलत जानकारी देकर कुछ लोगो द्वारा पुछेली के धान खरीदी केंद्र को कोकड़ी भेज दिए अब यदि किसानों की बात नही सुनी जाएगी तो फिर हम ग्रामीण किसान वोट भी नही देंगे और चुनाव का बहिष्कार करने बाध्य होंगे ।