नाम वापसी के बाद बिलासपुर जिले की छ: और मुंगेली की दो सीटों पर बीजेपी-कांग्रेस के दिग्गज आमने सामने,एक दो सीटों पर मुक़ाबला त्रिकोणीय होने के आसार,देखिए क्या रहेगी स्थिति इन सभी विधानसभा की
बिलासपुर। बिलासपुर जिले की छ: विधानसभा और मुंगेली जिले के दो सीटों के लिए कल नामांकन वापसी की प्रक्रिया समाप्त हुई। बिलासपुर जिले के छ: सीटों के लिए 8 उम्मीदवारों ने अपना नाम वापिस ले लिया। नाम वापसी के बाद इन सभी सीटों पर होने वाला मुकाबला अब साफ हो गया है।एक दो सीटों को छोड़ दे तो बाकी सीटों पर भाजपा कांग्रेस के बीच ही सीधा मुकाबला होने के आसार है।
नाम वापसी के बाद अब जिले के 6 विधानसभा क्षेत्रों बिलासपुर, बिल्हा, मस्तूरी, कोटा, तखतपुर एवं बेलतरा से 108 उम्मीदवार चुनाव लड़ेंगे। इनमें बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र से 21, बिल्हा विधानसभा क्षेत्र से 23, बेलतरा विधानसभा क्षेत्र से 22, कोटा विधानसभा क्षेत्र से 15, तखतपुर विधानसभा क्षेत्र से 14 एवं मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र से 13 उम्मीदवार शामिल है। चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह का आबंटन भी कर दिया गया है। ज्ञात हो कि जिले में 17 नवम्बर को मतदान होगा एवं 3 दिसम्बर को मतगणना होगी।
आइए जानते हैं किन सीटों पर कैसा रहेगा मुकाबला
सबसे पहले बात करते हैं बिलासपुर विधानसभा सीट की यहां कुल 21 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। लेकिन मुक़ाबला बीजेपी कांग्रेस के बीच ही होगा।कांग्रेस ने यहां से सिटिंग एमएलए शैलेश पांडेय को और भाजपा ने पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल को चुनाव मैदान मे उतारा है।दोनो नेता आमने-सामने है दोनों प्रत्याशियो के बीच सीधा मुकाबला होगा। फिलहाल बिलासपुर की जनता शांत है । जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आएगी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ती जाएगी।
बेलतरा विधानसभा बिलासपुर के बाद बात करते हैं जिले की हॉट सीट बेलतरा की जहा 22 प्रत्याशी चुनाव मैदान मे है यहा भी बीजेपी कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है। बेलतरा में कांग्रेस की तरफ से अधिकृत प्रत्याशी विजय केशरवानी को बनाया है केशरवानी वर्तमान में बिलासपुर नगर निगम में लिंगियाडीह से पार्षद है। पार्षद चुनाव में सर्वाधिक वोटो से जीतने का रिकार्ड है विजय केशरवानी के नाम। वहीं बीजेपी ने छात्र नेता रहे सुशांत शुक्ला पर दाव लगाया है।आपको बता दें बिलासपुर नगर निगम क्षेत्र के कुछ वार्ड बेलतरा विधानसभा में ही आता है। अरपा पार के कुछ क्षेत्र बेलतरा को प्रभावित करती है।2018 चुनाव में जहां प्रदेश में कांग्रेस को रिकॉर्ड जीत हासिल हुई थी,वही कांग्रेस लहर के बाबजूद भाजपा के रजनीश सिंह ने जीत दर्ज की थी। बेलतरा सीट पर दोनो पार्टी के बीच मुकाबला दिलचस्प होगा।
तखतपुर विधानसभा तखतपुर में कुल 14प्रत्याशी नाम वापसी के बाद चुनाव मैदान में है।यहां पर भी मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा दोनो पार्टी में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है।कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशी विधायक व संसदीय सचिव रश्मि आशीष सिंह को मैदान में उतारा है।भाजपा ने यहां से लोरमी विधायक धर्मजीत सिंह को से प्रत्याशी बनाया है,धर्मजीत वर्तमान में लोरमी से विधायक है।जोगी शासनकाल से धर्मजीत कांग्रेस बाद में जेसीसीजे में रहे,इसके बाद धर्मजीत बीजेपी में शामिल हो गए।अपनी पुरानी सीट बदलकर अब वे तखतपुर से चुनाव मैदान मे है।तखतपुर से जेसीसीजे और बीएसपी ने भी अपने प्रत्याशी उतारे हैं हालाकि दोनो पार्टी का कुछ ख़ास प्रभाव क्षेत्र में फिलहाल देखने को नहीं मिल रहा।यहां भाजपा और कांग्रेस के बीच में सीधी टक्कर है।
कोटा विधानसभा कहा जाता हैं कोटा विधानसभा कांग्रेस की परंपरागत सीट है लेकिन इस बार यहां मुकाबला त्रिकोणी है। कोटा में कुल 15 प्रत्याशी मैदान में है,कांग्रेस ने यहां से अपने अधिकृत प्रत्याशी पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव को मैदान में उतारा है। वहीं भारतीय जनता पार्टी से पूर्व सांसद व छत्तीसगढ़ के दिग्गज नेता स्वर्गीय दिलीप सिंह जूदेव के पुत्र प्रबल प्रताप सिंह जूदेव को चुनाव मैदान में उतारा है। प्रबल प्रताप जशपुर नगरपालिका के उपाध्यक्ष हैं,और घर वापसी को लेकर जूदेव हमेशा सुर्खियों में रहे हैं।उधर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ से सिटिंग एमएलए रेणु जोगी फिर से चुनाव मैदान में है।कोटा में मुकाबला त्रिकोणीय है। आपको बता दें इसके पहले दो बार रेणु जोगी कोटा से प्रतिनिधित्व कर रही है।हालांकि कहा जाता हैं कोटा सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट है। लेकिन इस बार कोटा विधानसभा में मुकाबला पूरी तरह से त्रिकोणीय होने वाला है।
बिल्हा विधानसभा बिलासपुर जिले के सबसे बड़े ब्लॉक बिल्हा कि अगर बात करें तो बिल्हा में भी मुकाबला दिलचस्प होने वाला है,यहां नाम वापसी के बाद कुल 23 प्रत्याशी चुनाव मैदान में है। बिल्हा में दो कौशिक समाज के नेता आमने सामने है। भाजपा से पूर्व स्पीकर, सिटिंग एमएलए धरमलाल कौशिक चुनाव मैदान में है। वहीं कांग्रेस ने पूर्व विधायक सियाराम कौशिक को चुनाव मैदान में उतारा है।सियाराम कौशिक पूर्व में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ में थे। दिवंगत नेता अजीत जोगी के निधन के बाद उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। पिछले चुनाव में कांग्रेस से राजेंद्र शुक्ला प्रत्याशी थे,लेकीन शुक्ला चुनाव धरम कौशिक से दस हजार के बड़े अंतर से हार गए थे इस बार कांग्रेस ने प्रत्याशी बदला है। कांग्रेस में भीतरघात की खबरे भी थी फिलहाल माहौल शांत है। बिल्हा में भी मुकाबला दिलचस्प होगा।
मस्तूरी विधानसभा बिलासपुर जिले की आरक्षित सीट मस्तूरी विधानसभा मस्तूरी की अगर बात करें तो यहां मुकाबला त्रिकोणी होने के पूरे आसार है।बीजेपी से यहां पूर्व मंत्री व सिटिंग एमएलए कृष्णमूर्ति बांधी एक बार फिर चुनाव मैदान में है।कांग्रेस ने यहां से पूर्व विधायक दिलीप लहरिया को चुनाव मैदान मे उतारा है। वही पूर्व सांसद कमला पाटले की पुत्री जिला पंचायत सदस्य चांदनी भारद्वाज Jccj से अधीकृत उम्मीद्वार है।बसपा भी पूरे दमखम के साथ चुनाव मैदान में है,यहां से दाऊराम रत्नाकर बीएसपी प्रत्याशी है। नाम वापसी के बाद मस्तूरी में कुल 13प्रत्याशी चुनाव मैदान मे है।
मुंगेली विधानसभा की दो सीटों पर सबकी नजर
अब बात करते हैं मुंगेली जिले की जहा दो सीटों पर कांटे की टक्कर दिखाई दे रही है। मुंगेली सीट पर बीजेपी से वर्तमान विधायक व पूर्व मंत्री पुन्नूलाल मोहले चुनाव मैदान मे है।मोहले का एक रिकार्ड ये भी है के वे आज तक चुनाव नहीं हारे हैं।गांव की राजनीति से शुरुआत कर सांसद,विधायक और मंत्री तक रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से युवा और नए चेहरे संजीत बनर्जी को चुनाव मैदान मे उतार कर मुंगेली सीट को दिलचस्प बना दिया है।संजीत युवा चेहरा है और मुंगेली जिला पंचायत के उपाध्यक्ष हैं। जेसीसीजे ने भी यह से महिला नेत्री सरिता भारद्वाज को चुनाव मैदान मे उतारा है। हालाकि मुक़ाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही होगा मुंगेली सीट से इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है।
लोरमी विधानसभा लोरमी विधानसभा लोरमी सीट इस बार जिले की हॉट सीट बनी हुई है। यहां से भाजपा ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष व बिलासपुर लोकसभा के सांसद अरुण साव को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष थानेश्वर साहू को चुनाव मैदान में उतारा है।दोनो साहू समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं। मुंगेली जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सागर सिंह बैंस ने टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ का दामन थाम लिया है। और जनता कांग्रेस ने उन्हें लोरमी से अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है।मुकाबला त्रिकोणीय होने के भी आसार है।जेसीसी से सागर के मैदान में आने से यहां कांग्रेस को टक्कर मिल रही है।हॉट सीट इसलिए बनी हुई है क्योंकि यहां से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव चुनाव लड़ रहे हैं।आने वाले दिनों में मुक़ाबला और भी दिलचस्प होने वाला है।
ब्यूरो रिपोर्ट