नगरीय प्रशासन मंत्री के गृह जिले में दम तोड़ती फायर सेफ्टी विभाग का पूरा सिस्टम
छत्तीसगढ़। बिलासपुर में करोड़ों का खर्च भी बेकार साबित हो गया,स्मार्ट सिटी में एक मकान में आग लग गई मां बेटे की मौत हो गई,स्मार्ट सिटी के रहवासी को समय पर नही मिली एंबुलेंस और अग्निशमन एक आग को बुझाने अग्निशमन समय पर नहीं पहुंची,पहुंचे तो बिना आक्सीजन सिलेंडर,बिना दस्ताना पहुंचे अगर सुविधा होती और समय पर मदद मिल जाती तो शायद मां बेटे की जान बच जाती। अगर ये घटना किसी बड़े आदमी के घर में घटती तो शहर के पुरे नेता अधिकारी, व्यापारी, समाज सेवी भी मदद करने पहुंच जाते, कैसे आप सभी ने देखा स्कूटी सवार युवकों ने एंबुलेंस नही पहुंचने पर स्कूटी में बच्चे को अस्पताल ले कर गए। करोड़ों खर्च करके स्मार्ट सिटी बन रही है स्मार्ट सड़क, दीवाल में कलाकारी,और न जानें क्या क्या किया जा रहा है। लेकिन आगजनी से मां बेटी को नही बचाया जा सका। बड़ा सवाल एंबुलेंस फायर ब्रिगेड जैसी जरूरी सेवाए ही स्मार्ट सिटी में समय पर लोगों को न मिले तो क्या करेगी बिलासपुर की जनता ऐसी स्मार्ट सिटी का,ऐसी संवेदनहीन ठेकेदारों को कमाई कराने वाले कंक्रीट के स्मार्ट सिटी का भला हमारे शहर की जनता भला क्या करेगें। छत्तीसगढ़ के नगरीय प्रशासन मंत्री, डिप्टी सीएम का गृह जिला है बिलासपुर स्मार्ट सिटी लेकीन हुआ क्या एक घटना से सारे दावे फेल हो गए।