*धान खरीदी पर सियासत गर्म :भाजपा विधायक ने दी सरकार को चुनौती*कहा सरकार के किसी भी मंत्री या स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से खुले मंच पर बहस करने हूं तैयार

*धान खरीदी पर सियासत गर्म :भाजपा विधायक ने दी सरकार को चुनौती*कहा सरकार के किसी भी मंत्री या स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से खुले मंच पर बहस करने हूं तैयार

बिलासपुर । धान खरीदी खरीदी के मुद्दे को लेकर विपक्ष पूरी तरह से हमलावर मुड है ओर जिला मुख्यालयों में प्रेसवार्ता कर राज्य सरकार को घेरने में लगी हुई है हाल ही में दिए एक वक्तव्य में बेलतरा विधायक रजनीश कुमार सिंह ने धान खरीदी के मुद्दे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए राज्य सरकार को आंकड़ों सहित खुले मंच से बहस करने की चुनौती दे डाली
धान खरीदी पर केंद्र सरकार के पक्ष में विधायक रजनीश ने आक्रामक अंदाज में मुख्यमंत्री को घेराते हुए कहा कि जनता का विश्वास जीतने आप झूठ का सहारा न लें आपके खाद्यमंत्री अमरजीत भगत ने विधनसभा पटल पर यह स्वीकार किया है कि धान खरीदी में केंद्र सरकार 80% से भी अधिक की राशि का भुगतान करती है उन्होंने विधानसभा में एक प्रश्न के उत्तर पर जवाब देते हुए बताया कि केंद्र सरकार ने धान खरीदी हेतु 51 हजार 563 करोड़ रूपए दिए हैं अपितु राज्य सरकार ने मात्र 11148 करोड रुपए ही दिए हैं यह तथ्य और प्रमाण आज भी पब्लिक डोमेन में है बावजूद इसके प्रदेश के मुखिया और सरकार के मंत्रीगण जनता के सामने कोरा झूठ बोल रहे हैं यही नहीं आपके मंत्री ने विधानसभा में यह भी स्वीकार किया है कि केंद्रीय नीतियों की वजह से प्रदेश में धान उपार्जन में वृद्धि हुई है 
राज्य के विपक्ष में होने के बाद भी प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रदेश की जनता के हित में छत्तीसगढ़ में की जाने वाली खरीदी को पांच साल में दोगुना कर दिया
विधायक सिंह ने कहा कि अपनी राजनैतिक स्वार्थ की पूर्ति हेतु भूपेश बघेल जी कोरा झूठ बोल रहे हैं मैं  एफसीआई से प्राप्त आंकड़े आपके सामने रख रहा हूं वर्ष २१-२२ में ९२ लाख मीट्रिक टन धान से बना 61.65 मिट्रिक टन चावल को कुल खरीदी का 93.90 प्रतिशत है इसी तरह वर्ष 22-23 में 81.45 मिट्रिक टन धान खरीदी की गई  आपके कृषि मंत्री चौबे जी गलत बयान बाजी कर रहे हैं गलत आंकड़े प्रस्तुत कर रहे हैं धान और चावल में अंतर बतला रहे हैं 
अपनी बात पर जोर डालते हुए विधायक रजनीश ने कहा कि मैं सरकार के किसी भी मंत्री स्वयं भूपेश जी को इस विषय पर खुले मंच मे बहस करने की चुनौती देता हूं सरकार में साहस है तो मेरे द्वारा उठाए सवालों का जवाब दे।

ब्यूरो रिपोर्ट