*प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान होगी खरीदी - कलेक्टर ने किया निरीक्षण* *सहकारी समिति टेमरी के प्रभारी को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

*प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान होगी खरीदी - कलेक्टर ने किया निरीक्षण*  *सहकारी समिति टेमरी के प्रभारी को नोटिस जारी करने के दिए निर्देश

मुंगेली । कलेक्टर  राहुल देव एवं पुलिस अधीक्षक  भोजराम पटेल ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में धान खरीदी से संबंधित अधिकारियों एवं राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप जिले में धान खरीदी होनी चाहिए, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने टेमरी में प्रति एकड़ कम धान खरीदने की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए कहा की प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी की जाएगी। धान खरीदी की पूरी व्यवस्था पर सुचारू रूप से निगरानी की जा रही है। किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सेवा सहकारी समिति टेमरी के प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए।
      कलेक्टर  देव ने कहा कि प्रशासनिक सक्रियता से जिले में धान खरीदी की व्यवस्था सुचारू रूप से चल रही है। धान खरीदी की व्यवस्था में पारदर्शिता एवं निगरानी के लिए जिला कलेक्टोरेट में कमांड सेंटर बनाया गया है। किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी। इसके साथ ही किसानों के धान खरीदी संबंधी समस्या के समाधान के लिए हेल्पलाइन नंबर 9406275534 एवं 8641002203 जारी किया गया है। किसान इन नम्बरों पर कॉल कर अपनी धान बेचने में आ रही समस्या को दर्ज करा सकते हैं। इस दौरान लोरमी एसडीएम  अजीत पुजारी, पथरिया एसडीएम  भरोसा राम ठाकुर सहित तहसीलदार और नायब तहसीलदार मौजूद रहे।

*जिले में अब तक 29 हजार 56 क्विंटल की हुई धान खरीदी*

      खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में 640 किसानों से अब तक 29 हजार 56 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है, जिसमें 23 हजार 975.20 क्विंटल मोटा, 89.20 क्विंटल पतला और 04 हजार 991.60 क्विंटल सरना धान शामिल है। जिले के 66 सहकारी समितियों के 105 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से धान खरीदी का कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। कलेक्टर के निर्देश पर धान उपार्जन केन्द्रों में लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही अवैध धान खपाने वाले कोचियों-बिचौलियों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही हैं।