गरीब और जरूरतमंद 50 लड़कियों का जीवन संवारेगी दो संस्थाएं, छठवीं से लेकर 12वीं तक शिक्षा के साथ रखा जाएगा पूरा ख्याल
बिलासपुर। पायल एक नया सबेरा और साथी हाथ बढ़ाना संस्था के संयुक्त तत्वाधान में प्रारंभ होने वाले नए प्रोजेक्ट ज्ञान सपनों की उड़ान से प्रतिभावान छात्राओं को अपने सपने पूरा करने में मदद मिलेगी।बालक और बालिकाएं रोजगार,नौकरी,संगीत,खेल, व्यापार के क्षेत्र में जपना भविष्य संवारने का सपना देखते हैं परंतु आर्थिक तंगी, आवश्यक संसाधनों की कमी, मार्गदर्शन का अभाव, प्रेरणा नही मिल पाने के कारण अपनी प्रतिभा का उपयोग नहीं कर पाते। ज्ञान सपनों की उड़ान प्रोजेक्ट के तहत संगठन ने निर्णय लिया है कि सत्र 2024 25 में पाचवी कक्षा पास कर छठवीं कक्षा में प्रवेश लेने वाली बालिकाओं को चयनित कर उन्हें विशेष प्रशिक्षण प्रदान कराएंगे। पायल एक नया सवेरा वेलफेयर फाउंडेशन की पायल शब्द लाठ और साथी हाथ बढ़ाना की अनीता अग्रवाल ने शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से चर्चा करते हुए ये जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि छात्राए कक्षा पांचवी के बाद से 12वीं तक हमारे द्वारा उपलब्ध विशेष प्रशिक्षण उचित संसाधनों मार्गदर्शन,आर्थिक सहायता प्राप्त करेगी ताकि उनके सपनों की उड़ान पूरी हो। इस प्रोजेक्ट में प्रतिभाशाली 50 बालिकाओं का चयन समाज के उस वर्ग के परिवार से प्राथमिकता के आधार पर किया आएगा जहां किसी भी कारण से एकाकी महिला अपनी बच्चियों का भरण पोषण कर रही है या परिवार का पुरुष गंभीर बीमारी विकलांगता का शिकार है तथा उन्हें आर्थिक रूप से बच्चों की परवरिश हेतु सहायता की आवश्यकता है। चयन के लिए बालिकाओं की प्रतिभा ही प्राथमिकता होगी
पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट ज्ञान सपनों की उड़ान की नई सोच को पूरा करने हेतु शहर के 70 वर्ष पुराने ख्याति प्राप्त स्कूल राष्ट्रीय पाठशाला का चयन किया गया है। सन 1954 में प्रारंभ स्कूल से शिक्षा मार्गदर्शन प्राप्त छात्र-छात्राए देश विदेश में इसका नाम रोशन किया है। सत्र 2024 25 से ज्ञान सपनों की उड़ान हेतु चयनित कक्षा छठवी की 50 छात्रों का प्रवेश राष्ट्रीय पाठशाला में किया जाएगा तथा इस प्रोजेक्ट के संचालन हेतु सलाहकार समिति में अनुभवी, शिक्षाविद शामिल किए जाएंगे। यह ध्यान रखा जाएगा कि सामान्य पाठ्यक्रम की शिक्षा के साथ इन छात्राओं के व्यक्ति एवं निर्माण हिंदी, अग्रेजी,भाषा पर विशेष ध्यान विभिन्न कार्यक्रमों में उनको अपने विचार प्रस्तुत करने प्रोत्साहन,संगीत,खेलकूद के जरिए आपसी सौहार्द निर्माण तथा अपनी स्वयं की सुरक्षा हेतु जूडो कराटे जैसे प्रशिक्षण के साथ योग ध्यान, आदि पर विशेष बल दिया जावेगा। जो अकेली माताएं हैं जिन्हें अपनी बच्ची का एडमिशन करवाना है वह सर्व मंगल ट्रेड लिंक इंदू चौक सन बैटरीज के बाजू में जाकर फॉर्म भरकर जमा कर सकती हैं।बच्चियों का चयन उनकी जरूरत एवं प्रतिभा के आधार पर किया जाएगा। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है जिसके लिए फंड भी पर्याप्त मात्रा में लगेगा उसी को ध्यान में रखते हुए एक मिनी मैराथन का आयोजन कराया जा रहा है। 25 फरवरी को सीएमडी कॉलेज ग्राउंड से इसकी शुरुआत होगी।जिसमें विभिन्न तरह के इनाम भी दिए जाएंगे। इस दौरान जो फंड प्राप्त होगा उसे बच्चियों के शिक्षा में लगाया जाएगा। उन्होंने सभी से अनुरोध किया है की ज्यादा से ज्यादा लोग आगे आए और इस आयोजन को सफल बनाने में मदद करें। इन 50 बच्ची में से अगर कोई बच्चों को अडॉप्ट करना चाहता है तो वह हमसे संपर्क भी कर सकता है। संगठन के उपाध्यक्ष चंचल सलूजा एवं स्वाति अग्रवाल उपाध्यक्ष,इसी तरह साथी हाथ बढ़ाना से कोषाध्यक्ष,शीलू अग्रवाल सुनीता अग्रवाल पत्रकार वार्ता के दौरान मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट