रतनपुर में मां महामाया का किया गया राजसी श्रृंगार, सिर पर सजाया गया नया मुकुट, देखिए तस्वीरें

रतनपुर में मां महामाया का किया गया राजसी श्रृंगार, सिर पर सजाया गया नया मुकुट, देखिए तस्वीरें

बिलासपुर। मां महामाया मंदिर रतनपुर में नवमी पर माता का किया गया राजसी श्रृंगार। माता के श्रृंगार में सोने के नए मुकुट माथे पर सजाया गया है। प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी रतनपुर के मां महामाया मंदिर में माता का राजश्री श्रृंगार किया गया है। माता का राजसी श्रृंगार वर्ष में तीन बार किया जाता है, दोनो नवरात्रि के नवमी में और दीपावली पर किया जाता हैं माता का राजसी श्रृंगार जहां माता अपने भक्तों को दर्शन देती है। महामाया मंदिर में माता के श्रृंगार के लिए सोने का खास मुकुट पहनाया गया है। मंदिर प्रबंधन समिति ने बताया की सोने का मुकुट शुद्ध सोने का है, जिसकी वजनी 1759 ग्राम है। इसके पहले माता को जो मुकुट पहनाया जा रहा था वो 25 से 30 साल पुराना था, जिसका वजन 900 ग्राम था। नए मुकुट का कुल वजन 759 ग्राम है,जो पहले की तुलना में दुगना है। रतनपुर मंदिर ट्रस्ट प्रबंधन ने बताया कि मुकुट के निर्माण के लिए करीब डेढ करोड रुपए खर्च किए गए हैं। आपको बता दें कि रतनपुर स्थित मां महामाया का राजसी सिंगर साल के दोनों नवरात्रि के अलावा दीपावली के दिन किया जाता है। राजसी श्रृंगार में माता अपने भक्तों को दर्शन देती है, जो आकर्षण का केंद्र रहता है। रतनपुर में यह कई वर्षों से माता का राजसी सिंगार किया जा रहा है। मां महामाया मंदिर एक मात्र शक्तिपीठ है जहां माता का विशेष श्रृंगार स्वर्ण आभूषणों से किया जाता है।

ब्यूरो रिपोर्ट