गोवंश और साधु संतों की हत्या करवाने का कांग्रेस का पुराना इतिहास रहा -सुशांत शुक्ला
बिलासपुर। भारतीय जनता पार्टी विधायक सुशांत ने गौ वंश की हत्या को लेकर कांग्रेस और भूपेश बघेल पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि गौठान की दलाली खाने वाले, गौ माता का निवाला छीनकर हजारों गौ हत्या की जिम्मेदार भूपेश बघेल घड़ियाली आंसू ना बहाए। हिम्मत है तो भूपेश बघेल जवाब देकर दिखाएं। कोलकाता के मेयर रहे विकास रंजन भट्टाचार्य ने चौराहे पर बीफ पार्टी का आयोजन किया था। सरेआम गो मांस का भक्षण किया गया। विकास को तब इसका पुरस्कार दिया गया था। उसे कांग्रेस ने कम्युनिस्ट पार्टी के सहयोग से राज्यसभा भेजा। केरल की कांग्रेस के ही नेता रिजिन मुकुट्टी ने सरेआम चौराहे पर सार्वजनिक रूप से गाय को मीडिया के सामने काटा था तब कहां थे मिस्टर भूपेश बघेल?
शुक्ला ने कहा कि मैं याद दिलाना चाहता हूं कि, सन 1966 में गौ वंश हत्या के विरोध में प्रभुदत्त जी ब्रहमचारी और करपात्री जी महराज के नेतृत्व में 184 दिन का अनशन हुआ था। जब गौवंश को लेकर जब संत चले थे तो उन पर गोली चलाने के लिए आदेश पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने दिया था। इससे साधु-संतों के हुए नरसंहार पर तात्कालीन गृहमंत्री गुजराली लाल नंदा को इस्तीफा देना पड़ा था। कि इसका प्रमाण है कि आर्यवर्त सहित कई अखबारों में उस नरसंहार और गौ हत्या के वर्णन का प्रकाशन। इसलिए भूपेश बघेल पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ऐसी करतूतों को जानकर सोच समझकर बोला करें। कांग्रेस तो शुरू से ही गौ वंश के वध की समर्थक रही हैं।
विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस को गौ वंश की हत्या करने पर करपात्री महराज और संतों ने श्राप देते हुए कहा था, सत्ताधीशा हमने भी संविधान स्वीकार किया है। आपने संतों को मारा है हम संतों के खून को माफ करते हैं, लेकिन आपने गायों को मारा है, जाइए आपका सर्वनाश हो जाए। इस पर भूपेश बघेल क्यों नहीं बोलते, यह जान लें कि कांग्रेस का सर्वनाश होना तय है। क्योंकि भूपेश जी आपने भी गौ वंश के नाम पर भ्रष्टचार करने से नहीं चूके। शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई ने चलबो गोठान, खोलबो पोल अभियान चलाकर राज्य के गाँव-गाँव के गौठानों तक जब पहुँची तब इन गौठानों में भारी अनियमितता देखने मिली। न गाय, न गोबर, न चारा नजर आया। गौठानों में कोई व्यवस्था नहीं मिली। गोठानों की दुर्दशा देखने के बाद यह आईने की तरह साफ नजर आया कि भूपेश बघेल सरकार ने गोबर और चारा घोटाला किया है। भूपेश सरकार ने गौठानों की आड़ में हजारों करोड़ रुपए का भ्रष्टाचार किया। इसी तरह कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार ने गाय के गोबर में भी सैकड़ों करोड़ रुपए का घोटाला किया। गोठान के नाम पर भूपेश बघेल ने हर गोठान में भ्रष्टाचार करने के लिए राजीव मितान क्लब के लोगों को वहां की देखरेख का जिम्मा सौंपा था।
सुशांत शुक्ला ने कहा गोठानों में गोवंशों की देखरेख के लिए उचित व्यवस्था न होने के कारण हजारों गोवंशों की मृत्यु हो गई थी। राहुल गांधी जब 2 सितंबर को छत्तीसगढ़ में राजीव मैदान क्लब के सदस्यों की बैठक लेने आये तो बैठक के बाद भोजन के पैकेट को खुले में छोड़ दिया। जिनको खाकर सैकड़ो गोमाताओं कि अकाल मृत्यु हो गई । इसी तरह गठानों ने भूख एवं प्यास से हजारों गायों की मौत पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की भ्रष्टाचार के चलते हो गई थी। कांग्रेस सरकार द्वारा संचालित रोका छेका अभियान भी पूरी तरह से विफल रहा इस अभियान के तहत कांग्रेस ने भारी भ्रष्टाचार किया लेकिन सड़कों से मवेशियों को हटाने में कोई रुचि नहीं दिखाई जिसकी वजह से सैकड़ो गायों की सड़क हादसे में ही मृत्यु हो गई
भाजपा विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा जब 246 करोड़ का गोबर प्रदेश सरकार ने खरीदा तो खरीदे गए गोबर का क्या बनाकर बेचा और उसकी कितनी कीमत मिली? इसके जवाब में भूपेश सरकार के मंत्री का जवाब आया कि हमने 86 लाख रुपए का ही सामान बेचा है और इसके बारे में भाजपा ने हिसाब लगाया तो 17 करोड़ रुपए की बिक्री का तथ्य सामने आया। प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया जवाब ही गलत था। कांग्रेस शासनकाल में एक परिवार की तीन महिलाओं ने 282 लाख किलो गोबर बेचा। ऐसे कई उदाहरण हैं। प्रदेश सरकार ने 229 करोड़ रुपए का गोबर घोटाला किया था।
ब्यूरो रिपोर्ट