*प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत हेतु सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित हो - कलेक्टर* *विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर दिए आवश्यक निर्देश

*प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत हेतु सभी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित हो - कलेक्टर*  *विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर दिए आवश्यक निर्देश

मुंगेली। कलेक्टर कुन्दन कुमार ने जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में आगामी मानसून में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था के संबंध में बैठक ली। बैठक में उन्हांेने आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य सुरक्षा, पशु-कल्याण, पेयजल, विद्युत व्यवस्था, शिक्षा आदि से जुड़ी तैयारियों की गहन समीक्षा की और जिले में प्रतिवर्ष बाढ़ आने वाले क्षेत्रों व जलभराव वाले क्षेत्रों की जानकारी लेकर सतत् निगरानी रखने एवं वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराने के साथ विशेष व्यवस्था आदि के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

*मौसमी बीमारियों से बचाव हेतु स्वास्थ्य केन्द्रों में दवाई की उपलब्धता के निर्देश*

      कलेक्टर ने कहा कि बारिश के मौसम में मौसमी बीमारियों के प्रसार की आशंका बनी रहती है, इसलिए सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। साथ ही कहा कि मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जनजागरूकता अभियान चलाने और सावधानियों के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। उन्हांेने जिले के वर्षामापक केन्द्रों पर यंत्रों का उचित संधारण करने, एटीआर व अन्य पहुंचविहीन क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति के दौरान पर्याप्त खाद्य सामाग्री सहित आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने, बाढ़ एवं आपदा की स्थिति में आवश्यक उपकरणों के साथ एसडीआरएफ की टीम को तुरन्त रवाना करने, नगरीय निकायों के नाले-नालियों में निरंतर साफ-सफाई सुनिश्चित करने सहित अन्य आवश्यक व्यवस्था के संबंध आवश्यक निर्देश दिए।

*पेयजल स्त्रोतों में ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव के दिए निर्देश*

            कलेक्टर ने बाढ़ एवं आपदा से बचाव के सभी उपकरणों की पूर्व टेस्टिंग कराने और मॉक ड्रिल आयोजन करने, पेयजल की शुद्धता एवं स्वच्छता के लिए सभी जल स्त्रोतों, नलकूपों, तालाबों, कुंओं व हैण्डपम्पों में ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्हांेने दुर्घटना से बचाव हेतु सड़क किनारे घूमने व सड़कों से मवेशियों को हटाने और वर्षा पूर्व उनका टीकाकरण कराने कहा, ताकि पशुओं में संक्रमण के माध्यम से बीमारी न फैले। कलेक्टर ने बारिश पूर्व जिले के सभी जर्जर पुल-पुलियों की मरम्मत करने, बारिश में जनहानि की आशंका वाले जर्जर स्कूल, आंगनबाड़ी एवं अन्य सरकारी भवनों की पहचान कर उन्हें विधिवत ढहाने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही विद्युत विभाग को असुरक्षित तार व खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने का कार्य समय रहते पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही किसानों को फसल बीमा के प्रति जागरूक करने कहा।

*‘एक पेड़ मां के नाम’ चार लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित*

कलेक्टर ने बैठक में कहा कि पर्यावरण संरक्षण व संवर्धन को बढ़ावा देने के लिए इस वर्ष ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत जिले में चार लाख से अधिक पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में सड़क के किनारे व डिवाइडर और ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षित स्थलों पर पौधारोपण के लिए चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। वनमंडलाधिकारी  अभिनव कुमार ने कहा कि इस अभियान में जनसहभागिता को बढ़ावा दिया जाएगा और अधिक से अधिक लोगों को पौधारोपण से जोड़ा जाएगा। बैठक में खुड़िया में बायोडायवर्सिटी पार्क की स्थापना हेतु स्थल चयन पर भी चर्चा हुई। इस दौरान अतिरिक्त कलेक्टर  निष्ठा पाण्डेय तिवारी, जिला पंचायत सीईओ  प्रभाकर पाण्डेय, अपर कलेक्टर  जी. एल. यादव, लोरमी एसडीएम  अजीत पुजारी, पथरिया एसडीएम  अजय शतरंज सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।