*कलेक्टर ने की जिला सहकारी बैंक के काम - काज की समीक्षा,आखिरी गांव के छोटे से छोटे किसान तक आसानी से पहुंचे खाद, बीज,डेयरी और मछलीपालन को लोन में दें प्राथमिकता*

बिलासपुर /कलेक्टर एवं जिला सहकारी बैंक के प्रभारी संजय अग्रवाल ने मंथन सभाकक्ष में बैंक के कामकाज की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंक का गठन मुख्य रूप से किसानों को आसानी से नगद और खाद बीज उपलब्ध कराने के लिए किया गया है। अपनी सेवा क्षेत्र के आखिरी गांव के अंतिम किसान को सभी सेवाएं सुगमता से मिले, इसे बैंक प्रबंधन को सुनिश्चित करना है। खरीफ सीजन शुरू हो चुका है। किसानों की चहल पहल सोसाइटियों में शुरू हो चुकी हैं। उन्हें आदान सामग्री प्राप्त करने में किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
गौरतलब है कि बैंक के सेवा क्षेत्र में छह जिले शामिल हैं। बिलासपुर सहित मुंगेली, जीपीएम, कोरबा, सक्ती और जांजगीर जिला में इसकी शाखाएं हैं। बताया गया कि इन जिलों में बैंक की 58 शाखाएं और 430 प्राथमिक सहकारी समितियां क्रियाशील हैं। इन शाखाओं और समितियों के जरिए किसानों को नगद, केसीसी, खाद बीज के साथ साथ सीएससी और माइक्रो एटीम की सुविधा भी उपलब्ध हो रही है। कलेक्टर ने कहा कि समितियों में किसानों के लिए बैठने की पर्याप्त इंतजाम होने चाहिए। जरूरत पड़े तो डीएमफ से मदद की जा सकती है। बैंक प्रबंधक और सुपरवाइजर देखें कि किसी भी स्तर पर उपेक्षा अथवा लापरवाही न हो, अन्यथा उनके ऊपर ग़ाज़ गिर सकती है। उन्होंने कहा कि धान के साथ साथ अन्य दलहन तिलहन की फसलें भी काफी फायदेमंद होती हैं। किसानों को इसकी जानकारी देकर इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने लोन प्रकरणों की भी समीक्षा की। अग्रवाल ने कहा कि आमदनी बढ़ाने के लिए डेयरी, मछलीपालन और उद्यानिकी फसलों की खेती ज्यादा जरूरी है। इन सेक्टरों में कम लोन दिए जाने पर नाराज़गी जाहिर की और ज्यादा से ज्यादा किसानों को लोन स्वीकृत करने के निर्देश दिए। बैंक से जुड़े सभी किसानों को एटीएम कार्ड जारी करें ताकि पैसा निकालने के लिए उनको बैंक आने की जरूरत न हो और बैंक में लाइन लगाने अथवा भीड़ न हो। कलेक्टर ने कहा कि डीएपी का बेहतर विकल्प है एसएसपी। किसानों को इसकी जानकारी देकर उपयोग का तरीका बताया जाए। बैंक के सीईओ सुनील सोढ़ी ने बैंक की गतिविधियों से कलेक्टर को अवगत कराया और उनके निर्देशों का पालन करने का भरोसा दिलाया। बैठक में शीर्ष बैंक ओसडी अविनाश श्रीवास्तव सहित सभी सहकारी बैंक शाखाओं के प्रबंधक और सुपरवाइजर उपस्थित थे।
ब्यूरो रिपोर्ट