आईएमए के 19 वे राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री अरुण साव और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल
बिलासपुर। आईएमए के 19 वें राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री अरुण साव और स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। दो दिवसीय सम्मेलन के समापन अवसर पर उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। तिफरा के एक निजी होटल में आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि गरीबों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिले ये हमारी प्राथमिकता है।
साव ने कहा कि वर्तमान में बढ़ती बीमारियों के कारण डॉक्टरों की जरूरत बढ़ी है और ऐसे में उनकी जिम्मेदारी भी बढ़ी है।आईएमए की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि ये एक ऐसा संगठन है जो चिकित्सा क्षेत्र में जन कल्याण के लिए काम कर रहा है। इस अवसर पर प्रदेश शासन के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जयसवाल ने कहा कि हमारा लक्ष्य चिकित्सा क्षेत्र में विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को पूरा करना और आयुष्मान योजना के तहत गरीबों को शत प्रतिशत इलाज की सुविधा प्रदान करना है ।उन्होंने कहा कि धरती के भगवान डॉक्टर ही होते हैं। राज्य शासन द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और डॉक्टरों के हित के लिए हर तरह का सहयोग दिया जायेगा। जायसवाल ने राज्य शासन द्वारा स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार की दिशा में विशेष कार्य किये जायेंगे।
बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने इस अवसर पर कहा कि डॉक्टरों के भरोसे किसी भी प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं का बेहतर क्रियान्वयन हो सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतरी के लिए सरकार तत्परता से काम कर रही है। आईएमए के स्टेट कॉन्फ्रेंस में प्रदेश के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर स्मिथ श्रीवास्तव ने बताया कि प्रदेश में मेकाहारा में हृदय के गंभीर रोगों का इलाज किया जा रहा है । हृदय रोग के कई मामलों की उन्होंने जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ नितिन जुनेजा,डॉक्टर बद्री जायसवाल ,डीआर जयसवाल ,डॉ आर एस शर्मा,डॉक्टर अभिजीत राय ज्यादा,डॉ ललित मखीजा,डॉ अशोक कुमार डॉ मनीष बुधीया,डॉक्टर अखिलेश ,डॉक्टर हेमंत चटर्जी,डॉक्टर असलम आरिफ के अलावा प्रदेश भर के लगभग 400 चिकित्सक इस सेमिनार में शामिल हुए।
डॉक्टरों ने इस अवसर पर गंभीर मरीजों के इलाज को लेकर नई तकनीक की जानकारी दी और डॉक्टरों की स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन में आने वाली समस्या को लेकर भी चर्चा की गई। आईएमए के स्टेट प्रेसिडेंट डॉ विनोद तिवारी ने बताया कि 2 दिन के सम्मेलन में गरीब एवं आदिवासी दूरस्थ क्षेत्रों में मरीजों का इलाज करने के लिए योजना बनाई गई है जिसमें वनवासी कल्याण आश्रम जशपुर तथा आदिवासी क्षेत्रों में शिविर लगाकर मरीजों का निशुल्क इलाज किया जाएगा। जांजगीर जिले के कुष्ठ रोग अस्पताल में महिलाओं के कैंसर और गंभीर रोग की जांच शिविर लगाकर की जाएगी।
ब्यूरो रिपोर्ट