ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवा के एसडीओ पर सरपंच का आरोप , मनमाफिक पैसा नही मिलने पर अटकाते है ,

ग्रामीण इंजीनियरिंग सेवा के एसडीओ पर सरपंच का आरोप , मनमाफिक पैसा नही मिलने पर अटकाते है  ,

पथरिया -  जनपद पंचायत में पदस्थ आरईएस के एसडीओ एनके तिवारी पर सरपंचों ने मनमानी और पैसा बगैर सत्यापन नही करने का गंभीर आरोप लगाया है वही सरपंचों से मनमानी  राशि मिलने पर खराब निर्माण कार्यो का भी सत्यापन कर देते है । ग्राम पंचायत सिलतरा के सरपंच सुशीला साहू और जनप्रतिनिधियों  ने आरोप लगाते हुए कहा कि ग्राम में ग्रामीण औद्योगिक पार्क एस्टीमेट के अनुसार बना हुआ है । अधिकारियों के निर्देश पर बाजार से उधार में सामग्री खरीदकर अपने खर्च से निर्माण कार्य करा दिया लेकिन छह माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी सत्यापन नही होने से आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है । सत्यापन के लिये मेरे द्वारा एसडीओ से निवेदन किया गया लेकिन पैसा नही देने के कारण सत्यापन नही किया जा रहा है जबकि  धरदेही स्थित ग्रामीण औद्योगिक पार्क का मूल्यांकन सत्यापन महीनों पूर्व ही पूरा कर दिया गया है । इसी तरह का आरोप दर्जनभर सरपंचों का है लेकिन मुल्यांकन सत्यापन से आर्थिक नुकसान के भय से सामने आकर शिकायत नही कर रहे इन सरपंचों का कहना है कि अगर निष्पक्ष जांच की जाएगी तो एसडीओ की मनमानी सामने आ जायेगी  पूरा क्षेत्र भर के सरपंच एसडीओ के अधिक कमीशन से परेशान है ।

सरपंचों की नाराजगी भारी पड़ेगी-
सरपंच ने बताया कि क्षेत्र के सभी सरपंच ग्रामीण इंजीनियरिंग विभाग के मनमानी से परेशान है और आक्रोशित है उनका कहना है कि प्रशासन यदि निष्पक्ष जांच नही करता तो इस नाराजगी का परिणाम आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिलेगा। नाम नही छापने के शर्त पर  सरपंचो ने बताया कि अधिक राशि वसूली से सरपंचों को आर्थिक नुकसान हो रहा है साथ ही इसका असर निर्माण कार्य पर भी पड़ रहा है क्योंकि अब मूल्यांकन सत्यापन के लिये अधिक राशि देने पड़ रहे है जो निर्माण कार्य मे कमी से ही बच सकती है ।

खुद करा रहे कोर कटिंग -
एसडीओ की मनमानी का आरोप लगाते हुए सरपंचों ने बताया ग
 है कि कंक्रीट के सड़क बनाने के बाद उनका कोर कटिंग लेकर शासन द्वारा मान्यता प्राप्त संस्था से जांच कराया जाता है जिसके लिये शासन द्वारा निर्धारित दर से राशि ली जाती है जो लगभग तीन हजार के आसपास बताया गया है लेकिन एसडीओ तिवारी द्वारा केवल अपने द्वारा ही कराए गए कोर कटिंग को पास करते है और इसके लिये दोगुना राशि लेते है यदि सरपंच मना कर दे तो उसका मूल्यांकन सत्यापन में खबर ले ली जाती है और कम बिल बनाकर आर्थिक नुकसान पहुँचाया जाता है ।

मूल्यांकन मे बनाते है दबाव-
एसडीओ द्वरा सरपंचों को सबक सीखने के लिये इंजीनियरिंयो के ऊपर मूल्यांकन बदलने का दबाव बनाया जाता है और जो इंजीनियर बात नही मानते उन्हें भारमुक्त कर दिया जाता है अभी भी एक इंजीनियर बीके भारद्वाज को भारमुक्त कर दिया गया है । ज्ञात हो 93 पंचायत के लिये केवल चार इंजीनियर है उसमें से एक को कोई पंचायत नही दिया गया है ।

अमर सिंह राज कार्यपालन अभियंता आरईएस मुंगेली - शिकायत प्राप्त हुआ है नियमानुसार कार्य करने को निर्देशित किया गया है ।

एआर भगत सीईओ जनपद पंचायत पथरिया-  जनप्रतिनिधियों द्वारा शिकायत प्राप्त होने पर आरईएस एसडीओ को कार्य मे विलम्ब नही करने अवगत कराया जाता है ।