*गौ सेवा से बढ़कर कोई पुनीत कार्य नहीं - कलेक्टर* *कलेक्टर ने ली जिले के पंजीकृत गौशाला समिति के सदस्यों की बैठक* *बिलासपुर-सरगांव मार्ग पर गौशाला बनाने हेतु की गई चर्चा*
मुंगेली - कलेक्टर राहुल देव ने जिला कलेक्टोरेट में शुक्रवार को जिले के पंजीकृत गौशाला समिति के सदस्यों की बैठक ली और गौशाला में मवेशियों के सुरक्षित रख-रखाव, छाया हेतु शेड की व्यवस्था, चारा, पेयजल आदि के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस दौरान विकासखण्ड मुंगेली के श्रीकृष्ण गौशाला समिति धनगांव (च) सेे श्री रामकमल सिंह ने बताया कि उनके गौशाला में 295 मवेशी है। वे मवेशियों के गोबर से वर्मी खाद बनाकर अपने खेत में उपयोग करते हैं। इसके साथ ही गोबर गैस का भी उत्पादन करते है। उन्होंने बताया कि घुमंतु एवं अनुप्रयोगी पशुओं को इन गौशाला में रखा जाता है।
इसी तरह छत्तीसगढ़ जीव रक्षा एवं गौसेवा शोध संस्थान ग्राम पण्डरभट्ठा से श्री सुभाष जैन ने बताया कि गौशाला में लगभग 316 पशु है, उनकी सेवा और देखरेख कर रहे हैं। विकासखण्ड लोरमी के श्रीराम तुलसी राधे गौशाला मलकछरी से भूपेन्द्र वैष्णव ने अपने गौशाला में रखे गए 281 मवेशियों के रख-रखाव के संबंध में जानकारी दी। कलेक्टर ने गौ शाला समिति के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि गौ सेवा से बढ़कर कोई पुनीत कार्य नहीं होता है। गौ माता की सेवा सबको करनी चाहिए और इसके साथ ही प्रत्येक व्यक्ति को गौ सेवा के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने पशुधन विकास विभाग के अधिकारियों से उक्त गौशालाओं के निरीक्षण की जानकारी ली और बिलासपुर-सरगांव मार्ग के बीच घुमंतू पशुओं के आश्रय हेतु गौशाला खोलने के लिए चर्चा की गई। इस अवसर पर संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।