नग्न विरोध प्रदर्शन का वीडियो वायरल किया तो अश्लीलता फैलाने का बनेगा मामला

नग्न विरोध प्रदर्शन का वीडियो वायरल किया तो अश्लीलता फैलाने का बनेगा मामला

रायपुर. फर्जी दस्तावेजों के जरिए आरक्षण का लाभ ले रहे अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर राजधानी रायपुर में नग्न प्रदर्शन का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी इसे लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ. इसके कारण सदन की कार्यवाही 5 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी. बीजेपी के सभी प्रदर्शनकारी विधायकों को निलंबित किया गया. इधर, पुलिस ने प्रदर्शन से संबंधित युवकों का नग्न वीडियो या फोटो वायरल करने वालों को चेतावनी दी है. यदि पकड़े गए तो अश्लीलता फैलाने के मामले में जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है.

बता दें कि एससी-एसटी वर्ग के युवाओं के द्वारा बीते 18 जुलाई 2023 को ये नग्न प्रदर्शन रायपुर की विधानसभा रोड पर किया गया था. वे हाथों में तख्ती लेकर सड़कों पर नग्न ही आगे बढ़ रहे थे. इन 29 युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं अब विधानसभा में इसे लेकर ही बीजेपी के विधायक सरकार के खिलाफ उग्र हो गए हैं.

मजबूर करने वाली सरकार को लानत: बृजमोहन
सदन में पूर्व मंत्री व बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जो सरकार युवाओं को नग्न प्रदर्शन करने पर मजबूर करे ऐसी सरकार पर लानत है. जबकि प्रदर्शन के बाद अब तक किसी अधिकारी पर कार्रवाई नहीं हुई है, बल्कि उन युवाओं पर कार्रवाई हुई है, जो उनके कारण परेशान है.

सरल और संकोची, फिर भी मजबूर: रमन
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि ये बेहद संवेदनशील मामला है. आखिर  ये स्थिति क्यों बनी, छत्तीसगढ़ के लोग सरल हैं, संकोची हैं, ऐसा करने पर क्यों मजबूर हुए इसकी जांच होनी चाहिए. पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए.

गर्भगृह में आए 13 बीजेपी विधायक निलंबित
बता दें कि 5 मिनट तक सदन की कार्यवाही स्थगित करने के बाद फिर से कार्यवाही शुरू हुई. लेकिन, हंगामा जारी रहा. इस बीच बीजेपी के 13 विधायक सदन के गर्भगृह तक पहुंच गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. आखिरकार उन्हें निलंबित किया गया. वे काम रोको प्रस्ताव पर चर्चा की मांग कर रहे थे.

प्रदर्शन की जानकारी नहीं दी: गृहमंत्री

इस बीच जवाब देते हुए छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने इस बात की जानकारी नहीं दी थी. इसलिए ऐसी असहज स्थिति बनी और उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है.

वायरल किया तो अश्लीलता फैलाने का बनेगा मामला
उधर, पुलिस विभाग की ओर से ये जानकारी सार्वजनिक की गई है कि प्रदर्शनकारी युवकों को गिरफ्तार कर उनके मोबाइल की जांच की गई. इसमें पता चला कि उन्होंने स्वयं ही अपना नग्न वीडियो विभिन्न ग्रुप्स में वायरल किया है. इस मामले में आईटी एक्ट के तहत भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इसके बाद ही, आम लोगों के लिए भी सूचना जारी की गई है. इसमें साफ कहा गया है कि इन वीडियो को कोई भी वायरल करता है तो उसके खिलाफ आईटी एक्ट के तहत व अश्लीलता फैलाने के मामले में कार्रवाई की जाएगी.