कलेक्ट्रेट में पदस्थ क्लर्क के सुसाइड केस का मामला: ब्राह्मण समाज ने खोला मोर्चा, दोषियों की गिरफ्तारी की मांग, राजभवन जाकर सौंपा ज्ञापन
रायपुर। कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ क्लर्क प्रदीप उपाध्याय के खुदकुशी के मामले में ब्राह्मण समाज ने मोर्चा खोल दिया है। मामले को लेकर आज सर्व ब्राह्मण समाज का प्रतिनिधि मंडल राजभवन पहुंचा और दोषियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा। ब्राह्मण समाज के पदाधिकारियों ने दोषी अधिकारियों पर FIR दर्ज कर जांच चलते तक सस्पेंड करने की मांग की है । सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ललित मिश्रा ने कहा कि वे इस संबंध में मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को भी ज्ञापन सौंपेंगे । इसके अलावा प्रदेश भर में ब्राह्मण समाज द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। आपको बता दें कि रायपुर में राजस्व शाखा में पदस्थ क्लर्क प्रदीप उपाध्याय ने दो दिन पहले अपने पुरानी बस्ती स्थित घर में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
उपाध्याय ने कलेक्ट्रेट के तीन बड़े अफसरों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया था जिसमें एक सुसाइड नोट लिखा था।
सुसाइड नोट में उपाध्याय ने लिखा था-
मैं प्रदीप उपाध्याय पूरे होश हवास में यह आत्महत्या पत्र लिख रहा हूं, मुझे पूरी उम्मीद है कि जिन अधिकारियों का नाम है उन्हें भाजपा सरकार या तो कांग्रेस पार्टी जरूर सजा दिलाएगा। मैं पूरी ईमानदारी कर्तव्य निष्ठा से अपना काम कर रहा था। मैं अपने कार्यालय में बहुत अच्छे से कार्य कर रहा था लेकिन मुझे परेशान करने के लिए देवेंद्र पटेल तत्कालीन एसडीओ रायपुर कलेक्ट्रेट में एडीएम है। गजेंद्र ठाकुर जो अपर कलेक्टर है के साथ मिलकर मुझे नजीर शाखा में अतिरिक्त कार्य सौंप दिया। तत्कालीन एडीएम गजेंद्र ठाकुर तत्कालीन एडीएम वीरेन बहादुर और एसडीओ देवेंद्र पटेल ने किसी नेता से मेरी फर्जी शिकायत करवाकर मेरा ट्रांसफर खरोरा कर दिया और हर अधिकारी से मेरी बुराई की। इस वजह से कलेक्टर के सामने मेरी छवि खराब हो गई। इस मामले में मैंने कलेक्टर गौरव सिंह से व्यक्तिगत मिलकर तीन बार उनको उनके चेंबर में जाकर आवेदन दिया लेकिन एडीएम से बात करने के बाद मेरे को बदनाम करने वाले बोलकर किसी भी आवेदन पर कार्रवाई नहीं की गई। मुझे देवेंद्र पटेल एडीएम गजेंद्र ठाकुर अपर कलेक्टर द्वारा सभी अधिकारियों के समक्ष बेज्जती कर कहा ब्राह्मण को यहां से भगाओ। यह तीनों अधिकारी मेरे आत्महत्या करने के लिए दोषी है इन्हे सख्त सजा दी जाए।
ब्यूरो रिपोर्ट