राष्ट्रपति का आगमन,सिर्फ प्रशासनिक अधिकारी ही करेंगे अगुवानी व विदाई,जिले के स्थानीय नेता विधायक सांसद और मिडिया को रखा गया है दूर, सिर्फ सरकारी एजेंसी को कवरेज करने की अनुमति
बिलासपुर। राष्ट्रपति द्रोपति मुर्मू के बिलासपुर आगमन पर मिनट टू मिनट कार्यक्रम जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही राष्ट्रपति के अगुवानी करने से लेकर विदाई करने वाले गणमान्य व्यक्तियों की सूची भी जारी कर दी गई है। खास बात यह है कि बिलासपुर जिले से किसी भी नेता को इसमें जगह नहीं मिली है। हालांकि राष्ट्रपति की अगुवानी में महापौर के शामिल होने की बात सामने आ रही है। राष्ट्रपति के बिलासपुर आने से वापस जाने के दौरान रतनपुर बिलासपुर मार्ग में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बिलासपुर आगमन पर पंडित सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी के हेलीपैड में राष्ट्रपति के अगुवानी के लिए मुख्यमंत्री द्वारा नामांकित मंत्री उपस्थित रहेंगे। मुख्यमंत्री के नामांकित मंत्री के रूप में प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल शामिल होंगे। इसके अलावा संभाग आयुक्त केडी कुंजाम, आईजी डॉक्टर आनंद छाबड़ा, कलेक्टर संजीव झा, एसपी संतोष सिंह, गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति आलोक चक्रवाल व कुलसचिव मनीष श्रीवास्तव राष्ट्रपति की अगुवानी के लिए उपस्थित रहेंगे। शहर के प्रथम नागरिक याने की महापौर के भी राष्ट्रपति के अगुवानी में रहने की बात सामने आई है। सुंदरलाल शर्मा यूनिवर्सिटी बिरकोना में स्थित है। बिरकोना भी अब बिलासपुर नगर निगम में आ चुका है। हालांकि पहले जारी सूची में महापौर का नाम नहीं था। बिलासपुर जिले में राष्ट्रपति का हेलीकॉप्टर बेलतरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ही लैंड होंगा। इसके बाद रतनपुर में दर्शन से लेकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में शामिल होने तक का सारा कार्यक्रम बेलतरा विधानसभा में ही संपन्न होगा। पर बेलतरा विधायक रजनीश सिंह का नाम अगुवानी करने से लेकर विदाई करने तक की सूची में नहीं है। जिले के अन्य किसी विधायक या सांसद अरुण साव का नाम भी सूची में शामिल नहीं है। कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव के अलावा राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना से लेकर केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा दिलवाने के लिए संघर्ष करने वाले कोई भी नेता राष्ट्रपति की अगुवानी नहीं कर सकेंगे। हालांकि कार्यक्रम में कुछ नेता शामिल जरूर होंगे।
सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने जगह की कमी का हवाला देकर ज्यादा नेताओं को नहीं बुलाया है। यहां तक की नगर विधायक शैलेश पांडे को भी सेंट्रल यूनिवर्सिटी प्रबंधन की ओर से न्यौता नहीं भेजा गया। जबकि देश के अन्य राज्यों के सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपतियों को निमंत्रण भेजा गया है। यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में मंच पर राष्ट्रपति के साथ ही राज्यपाल, मुख्यमंत्री, कुलाधिपति, कुलपति, और कुल सचिव के बैठने की व्यवस्था की गई है। स्थानीय विधायक के लिए मंच से नीचे बैठने की व्यवस्था की गई है। मंच के सामने विद्या परिषद और कार्य परिषद के सदस्य के बैठने की व्यवस्था की गई है। राष्ट्रपति के प्रवेश करने के बाद सभागार के दाएं ओर फोटो सेशन के लिए मंच बनाया गया है। वहीं कांग्रेस नेताओं ने लोकल नेताओं व यूनिवर्सिटी की स्थापना के लिए संघर्ष करने वालों को न्यौता नहीं देने पर नाराजगी व्यक्त की हैं।
मीडिया को रखा गया दूर:–
राष्ट्रपति के कार्यक्रम का कवरेज करने से मीडिया को भी दूर रखा गया है। 3 साल पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सेंट्रल यूनिवर्सिटी के आठवें दीक्षांत समारोह में शामिल होने पर मीडिया कर्मियों व फोटोग्राफरों को कवरेज के लिए पास जारी किया गया था। इस बार भी जनसंपर्क विभाग ने मीडिया संस्थानों से कार्यक्रम को कवरेज करने वाले पत्रकारों व फोटोग्राफरों की सूची व फोटो मांगी थी ताकि कार्यक्रम को कवरेज करने हेतु प्रवेश पास बनाया जा सके। पर सारी प्रक्रियाओं के होने के बाद एन पहले ही मीडिया के प्रवेश पर रोक लगा दी गई। सिर्फ जनसंपर्क विभाग व सरकारी एजेंसी पीटीआई व एएनआई को ही कवरेज के लिए जाने की अनुमति होगी।