कलेक्टर अवनीश शरण ने किया शराब गोदाम एवं बॉटलिंग प्लांट का निरीक्षण,कहा शराब की अवैध निकासी एवं वितरण किये जाने पर प्रबंधन के खिलाफ़ होगी एफआईआर,CRPF की निगरानी में होगी शराब की निकासी
बिलासपुर। स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण तरीके से जिले में विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा हरसंभव उपाय सुनिश्चित किये जा रहे हैं। कलेक्टर अवनीश शरण ने इस क्रम में आज सिरगिट्टी औद्योगिक एरिया में स्थित आबकारी विभाग की शराब गोदाम सहित निजी क्षेत्र की दो शराब बॉटलिंग यूनिट का निरीक्षण किया।
उन्हांेने चेताया कि इन संस्थानों से मदिरा के अवैध निकासी एवं वितरण की पुष्टि हुई तो प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि शराब भण्डारण एवं बॉटलिंग के जिले में इन ठिकानों पर कल से केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल की पहरा रहेगी। शराब के आवक एवं जावक पर सीआरपीएफ की टुकड़ियों की चौबीसों घण्टे निगरानी रहेगी। उन्होंने लीजेण्ड डिस्टलरी की प्रवेश द्वार पर दो सीसीटीव्ही तत्काल लगाने के निर्देश प्रबंधन को दिए। सहायक आयुक्त आबकारी दिनकर वासनिक भी दौरे में साथ थे।
कलेक्टर शरण ने आज लगभग दो घण्टे तक सिरगिट्टी स्थित शासकीय मद्य भण्डार गृह तथा निजी क्षेत्र की बॉटलिंग यूनिट मे. गोल्डन प्रिंस वाईन्स एवं मे. लीजेण्ड डिस्टलरी का सघन निरीक्षण किया। उन्होंने इन संस्थानों के काम-काज एवं मदिरा निर्माण एवं आवक-जावक प्रक्रिया को बारीकी से समझा। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नियमों के विपरित जरा भी काम नहीं करने की सख्त हिदायत दी। उन्हांेने इन संस्थानों मेें स्थापित सीसीटीव्ही एवं अग्निशमन उपकरणों का भी अवलोकन कर इन्हें हमेशा अपडेट रखने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं मॉनीटरिंग कक्ष में पहुंचकर कुछ पुराने रिकार्डस चेक किए। उल्लेखनीय है कि सिरगिट्टी स्थित आबकारी गोदाम से बिलासपुर एवं सरगुजा संभाग के 14 जिलों की 207 मदिरा दुकानों में शराब की आपूर्ति की जाती है। शराब का परिवहन जीपीएस सिस्टम युक्त वाहनों से किया जाता है। 25 सीसीटीव्ही के जरिए चारों गोदामों की निगरानी की जाती है।
उन्होंने गोदाम में विभाग द्वारा संधारित विभिन्न पंजियों का अवलोकन किया और इन्हें हमेशा अपडेट रखने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने गोल्डन प्रिंस वाईन्स एवं लीजेण्ड डिस्टलरी का भी सघन अवलोकन किया। शराब की ब्लेण्डिग एवं बॉटलिंग प्रक्रिया देखी। उन्होंने इन संस्थानों में कार्यरत मजदूरों से भी चर्चा कर चुनाव के दिन 17 नवम्बर को मतदान करने जाने का आग्रह किया।
ब्यूरो रिपोर्ट