*सृष्टि इंस्टीट्यूट के मामले में पुत्र संदीप कंवर से मारपीट की घटना पर बोले ननकीराम कंवर इस तरह की हरकत कतई बर्दाश्त नही किया जाएगा,कार्यवाही नही होने पर आगे कदम उठाया जाएगा*

कोरबा (मोर न्यूज)-सृष्टि इंस्टीट्यूट के मामले में पुत्र संदीप कंवर के साथ हुए मारपीट और विवाद की घटना पर भाजपा के पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने कहा है कि इस तरह की हरकत को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और कार्यवाही न होने पर आगे कदम उठाया जाएगा। सेवा के लिए प्रारंभ किए गए सृष्टि को निजी लाभ के लिए बंद कर दिया गया है। अपने हिसाब से फेरबदल किया जा रहा है और यहां के कर्मचारियों को भी वेतन नहीं दिया जा रहा है।
शहर से लगे एवं दूरस्थ ग्रामीण अंचल के रहवासियों, गरीबों, वंचित और बेसहारा वर्ग के लोगों की चिकित्सकीय सेवा भावना का संकल्प के साथ प्रारंभ किए गए सृष्टि इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च सेंटर को निजी लाभ के लिए लड़ाई का अखाड़ा बना दिया गया है। वरिष्ठ आदिवासी नेता एवं सीधे, सरल, सहज और बेबाक कार्यशैली वाले ननकीराम कंवर ने इसकी आधारशिला रखी और अपने करीबी लोगों में शामिल पाण्डेय बंधुओं में से देवेन्द्र पाण्डेय को चेयरमैन बनाया तथा अस्पताल का नामकरण देवेन्द्र पाण्डेय की पुत्री के नाम किया। अब यही करीबी रिश्ता दूरियों में तब्दील होने लगा है। इंस्टीट्यूट की सदस्यता के लिए ननकीराम कंवर के पुत्र जिला पंचायत सदस्य संदीप कुमार कंवर के द्वारा दिए गए 20 लाख रुपए की वापसी को लेकर 26 अगस्त की शाम हुए विवाद की गूंज ऊर्जाधानी से लेकर राजधानी तक हुई है। इस मामले में ननकीराम कंवर ने फोन के जरिए शासन-प्रशासन के अधिकारियों से अपनी शिकायत दर्ज कराने के साथ ही प्रदेश स्तरीय आदिवासी समाज से भी शिकायत की है।मामला गर्म है।
इधर स्थानीय स्तर पर रामपुर चौकी में दोनों पक्षों पर मामला पंजीबद्ध कर लिया गया है वहीं संदीप कंवर ने आदिम जाति कल्याण थाना में एक पृथक शिकायत लिखित में दर्ज कराई है। संदीप ने बताया है कि 26 तारीख की शाम 7 बजे के करीब अपने पैसे को वापस मांगने देवेंद्र पाण्डेय के घर गया हुआ था जहां उन्होंने साथ गए विश्वनाथ यादव को घर से बाहर निकाल दिया और संदीप को खींच कर अपने घर के अंदर लाकर दरवाजा बंद करके बंधक बनाते हुए उसके साथ मारपीट व गाली-गलौज किया गया। संदीप के मुताबिक वह काफी भयभीत था बार-बार उनसे (देवेन्द्र पाण्डेय से) क्षमा याचना कर रहा था कि दोबारा अब पैसा मांगने नहीं आऊंगा, मुझे छोड़ दो लेकिन देवेंद्र पाण्डेय ने छोड़ा ही नहीं। जब पुलिस के जवान देवेंद्र पाण्डेय के घर पहुंचे तब जान बचाकर देवेंद्र पांडेय के चंगुल से बचाया फिर रामपुर चौकी ले जाया गया जहां आपबीती बातों को पुलिस के सामने बताया। संदीप का कहना है कि देवेंद्र पांडेय पैसा वाला आदमी है, इसी कारण से वह मेरे सामने उस वीडियो में पुलिस के विरुद्ध भी बात कहते हुए दिख रहे हैं। संदीप ने माफी के संबंध में वायरल हुए वीडियो पर कहा है कि वीडियो में मैं हाथ जोड़कर उनसे माफी मांग रहा हूं तो फिर मेरे विरूद्ध देवेंद्र पांडेय के पुत्र शिवम पांडेय के द्वारा झूठी रिपोर्ट दर्ज कराना कि मैं उनके साथ मारपीट किया हूं, वह पूर्ण रूप से गलत है। संदीप ने सवाल उठाया है क्या कोई माफी मांगने वाला व्यक्ति किसी बलवान व्यक्ति को मार सकता है? यह आधी-अधूरी वीडियो वायरल की गई है जिसका राज क्या है? शिवम पांडेय के द्वारा शिकायत पूर्ण रूप से झूठा व असत्य है, केवल अपने बचाव के लिए ही झूठी शिकायत किया गया है लेकिन मुझको न्यायपालिका व कानून पर पूरा विश्वास है।
ब्यूरो रिपोर्ट
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