दंतेवाड़ा। विधानसभा उपचुनाव में नक्सली पीड़ित दो परिवार चुनाव में आमने-सामने हुए। आज स्वर्गीय महेंद्र कर्मा की पत्नी व कांग्रेस प्रत्याशी देवती कर्मा और स्वर्गीय भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी ने दिग्गज नेताओं के साथ शक्ति प्रदर्शन कर आज अपना नामांकन दाखिल किया। इस सीट के लिए कई पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं। लेकिन दो राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस भाजपा के बीच मानी जा रही है। इस सीट पर कांग्रेस की ओर से नक्सली हमले में मारे गए महेंद्र कर्मा के परिवार और नक्सली हमले में मारे गए भाजपा के भीमा मंडावी के परिवार की सीधी टक्कर इस चुनाव में देखने को मिल रही है। दंतेवाड़ा की जनता असमंजस में फंसी हुई है कि वह अपना मत किसे दें और किसे नहीं। कांग्रेस व भाजपा ने दोनों ही पार्टियों ने दंतेवाड़ा सीट के लिए माओवादी पीड़ित पत्नियों का कार्ड खेला है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि सहानुभूति वोट किस पार्टी को मिलेगा।
दोनों ही पत्नियां अपने मारे गए पतियों की याद दिला कर जनता के पास जाएगी और वोट की अपील करेंगी। हाल ही में श्यामगिरी घटना में अपनी जान गवाने वाले भीमा मंडावी के लिए स्थानीय लोगों में संवेदना अधिक बताई जा रही है। लेकिन स्वर्गीय महेंद्र कर्मा कांग्रेस के अब तक के सबसे दिग्गज नेताओं में माने जाते हैं। इस कारण से यह मुकाबला टक्कर का बताया जा रहा है नक्सलियों ने 25 मई 2013 झीरम घाटी में महेंद्र कर्मा की हत्या की थी। इसके बाद 2013 में विधानसभा का चुनाव हुआ था देवती कर्मा ने जीत हासिल की थी। सबसे बड़ा सवाल दंतेवाड़ा की जनता अब किसे जिताती है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपने-अपने प्रत्याशियों के साथ पहुंचकर नामांकन दाखिल किया। इस मौके पर दोनों ही पार्टी के बड़े नेता मौजूद रहे।
ब्यूरो रिपोर्ट